Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 May, 2020 10:35 AM
लॉकडाउन के चलते दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों की घर वापसी का सिलसिला शुरू हो चुका है। लखीमपुर खीरी में 9 बसों से 250 मजदूरों को मध्यप्रदेश से लाया गया है। मध्य प्रदेश से जब मजदूर वापस अपने जिले लखीमपुर खीरी पहुंचे तो उनकी....
लखीमपुर खीरी: लॉकडाउन के चलते दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों की घर वापसी का सिलसिला शुरू हो चुका है। लखीमपुर खीरी में 9 बसों से 250 मजदूरों को मध्यप्रदेश से लाया गया है। मध्य प्रदेश से जब मजदूर वापस अपने जिले लखीमपुर खीरी पहुंचे तो उनकी सांसों में सांस आई। उन्होंने राहत की सांस ली और प्रदेश के कर्मयोगी को धन्यवाद कहा। उत्तर प्रदेश परिवहन के माध्यम से मध्य प्रदेश से बीती रात करीब 250 मजदूर लखीमपुर खीरी जिले पहुंचे हैं।
लखीमपुर के मजदूर लॉकडाउन से पहले मध्य प्रदेश में रहकर मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। लॉकडाउन शुरू होने के बाद काम बंद होने के बाद मजदूरों के आगे आर्थिक संकट मंडरा रहा था, जिसे लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी काफी गंभीर दिखाई दिए थे और अब इन फंसे हुए मजदूरों की घर वापसी शुरू हुई है। इन सभी मजदूरों के लिए सरकार की तरफ से रहने के उचित प्रबंध से लेकर खाने की व्यवस्था का व्यापक रूप से इंतजाम किया गया है।
बताया जा रहा है कि लखीमपुर पहुंचे मजदूरों को इनके गांव रवाना कर होम क्वारेंटाइन किया जाएगा। प्रशासन ने भी बड़े स्केल पर मजदूरों के रहने और खाने का इंतजाम किया है। आने वाले सभी मजदूरों को सेनिटाइज करवा कर गिनती कराई गई। उनके नहाने की व्यवस्था कराई गई, उसके बाद इन सभी को उनकी अपनी-अपनी तहसीलों में भेज दिया गया। यहां पर इनको 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन किया जाएगा।
मजदूरों के आने और खान पान को देख रहे सदर एसडीएम अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आने वाले सभी मजदूरों को अच्छी तरीके से सैनिटाइज करवा कर, उनके नहाने और खाने की बेहतर से बेहतर व्यवस्था कराई जाएगी और इन सभी को 14 दिन तक तहसीलों में होम क्वारेंटाइन किया जाएगा। वहां पर इनके स्वास्थ्य में हो रहे बदलाव की लगातार निगरानी की जाएगी। 14 दिनों के बाद इन स्वस्थ लोगों को अपने-अपने घरों में भेज दिया जाएगा।