Edited By Ajay kumar,Updated: 02 Apr, 2020 04:32 PM
कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए तब्लीगी मरकज में शामिल हुए लोगों ने और भी बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश से मरकज में 157 लोग शामिल हुए...
गोरखपुरः कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए तब्लीगी मरकज में शामिल हुए लोगों ने और भी बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश से मरकज में 157 लोग शामिल हुए थे। उनमें से शामिल महराजगंज के 21 लोगों के ट्रेन से गोरखपुर आने की सूचना पर प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। महराजगंज के डीएम ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी है।
महराजगंज के DM डॉ उज्ज्वल कुमार ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में शामिल होकर आए कोल्हुई व पुरंदरपुर के 21 लोगों की सूची शासन को भेजी गई है। वह कामाख्या एक्सप्रेस से दिल्ली से गोरखपुर आए थे। इसकी सूचना रेलवे बोर्ड को भी दी जाएगी। सभी लोगों का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। इन लोगों को महराजगंज जिले के महिला अस्पताल के क्वॉरटाइन वार्ड में भर्ती कराया गया है।
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के 21 लोग शामिल हुए थे। इन सभी लोगों को पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महराजगंज के जिला महिला अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती कराया है। उक्त लोग बीते 18 व 19 मार्च को तब्लीगी मरकज कार्यक्रम में शामिल होकर कामाख्या एक्सप्रेस से वापस घर चले आए। कोरोना संक्रमण की सूचना पर सभी लोगों ने बीते 21 मार्च से अपने को घरों में कैद कर लिया। पुलिस के सहयोग से सभी लोगों को तीन एंबुलेंसों के माध्यम से महिला अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती कराया गया है।
वहीं पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने बताया कि कोल्हुई थाना क्षेत्र के कम्हरिया बुजुर्ग निवासी नईम, इसरार, इनमिलदुल्लाह, आफताब, नदीम, मेराज व आफताब आलम, सोनपिपरी खुर्द गांव निवासी अताउल्लाह, अरशद व इमदादुल्लाह, एकसड़वा गांव निवासी आशिक अली, सदरुल हक, बड़हरा इंद्रदत्त गांव निवासी अब्दुल हसीन, नूर आलम व इब्राहिम व पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के विशुनपुर फुलवरिया निवासी अशफाक, सलाउद्दीन, असरूद्दीन, इम्तियाज तथा इसी थाना क्षेत्र के विशुनपुर कुर्सियां निवासी निजामुद्दीन व वसीउल्लाह दिल्ली के तब्लीगी मरकज में शामिल हुए थे। इन लोगों की सूचना शासन से मिली थी। सूची के आधार पर सभी लोगों को चिह्नित किया गया है। इन्हें महिला अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है।