Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 Jul, 2019 01:35 PM
बीएड की फर्जी डिग्री लेकर शिक्षक बने जिले में तैनात दो शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई। दोनों शिक्षकों ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा से बीएड की फर्जी डिग्री हासिल की थी। एसआईटी की जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया तो....
सहारनपुर: बीएड की फर्जी डिग्री लेकर शिक्षक बने जिले में तैनात दो शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई। दोनों शिक्षकों ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा से बीएड की फर्जी डिग्री हासिल की थी। एसआईटी की जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया तो बीएसए ने शिक्षकों के नाम उपलब्ध कराए। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच के बाद दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर विवि से मिली जानकारी के अनुसार, आगरा विश्वविद्यालय, आगरा के नाम से सत्र 2004-05 में बड़ी संख्या में फर्जी बीएड की डिग्री जारी की गई थीं जिसकी जांच के लिए शासन ने एसआईटी टीम को लगाया था। जांच में एसआईटी ने प्रदेश में कई हजार से अधिक बीएड डिग्री धारक वे पाए जो बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर नौकरी कर रहे थे।
एसआईटी की जांच में दो शिक्षकों प्रधानाध्यापक चंद्रपाल और सहायक अध्यापक सचिन कुमार के नाम सामने आए थे। चंद्रपाल पुत्र ख्याली राम सढौली कदीम के गांव पठानपुरा के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक व सचिन कुमार पुत्र सुखपाल सिंह रामपुर मनिहारान के गांव अम्बोली के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्य कर रहे थे। जिन्होंने आगरा के डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में वर्ष 2004-05 की बीएड डिग्री लगाकर शिक्षक की नौकरी हासिल की थी।
विभाग ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की और दोनों शिक्षकों को नोटिस जारी कर दिया। लेकिन नोटिस जारी होने के बावजूद दोनों शिक्षक कोई भी जवाब व डिग्री फर्जी ना होने के संबंध में तथ्य ना दिखा सके। इसके चलते बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेन्द्र कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से दोनों को बर्खास्त कर दिया है।