Edited By Deepika Rajput,Updated: 06 Sep, 2018 09:42 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर एक विचित्र नजारा देखने को मिला। यहां एक साथ करीब 160 पुरुषों ने अपनी जीवित पत्नियों का अंतिम संस्कार किया। इन सभी की पत्नियां जीवित है और इन्हें छोड़ चुकी हैं। इससे पहले भी लोग...
वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर एक विचित्र नजारा देखने को मिला। यहां एक साथ करीब 160 पुरुषों ने अपनी जीवित पत्नियों का अंतिम संस्कार किया। इन सभी की पत्नियां जीवित है और इन्हें छोड़ चुकी हैं। इससे पहले भी लोग बड़ी संख्या में ऐसा कर चुके हैं।
दरअसल, ये लोग अपनी पत्नियों के उत्पीड़न से परेशान थे। इतना ही नहीं इन्होंने नारीवाद की बुराइयों का सामना करने के लिए वाराणसी के घाटों पर तांत्रिक पूजा भी कराई। इन लोगों ने वाराणसी में गंगा घाट पर पिंड दान और श्राद्ध किया है ताकि उन्हें असफल शादी की बुरी यादों से मुक्ति मिल सके। इन लोगों ने तांत्रिक रस्म पिशाचिनी पूजा भी की। पीड़ित पति एनजीओ 'सेव इंडिया फैमिली फाउंडेशन' से जुड़े हुए हैं।
मुंबई के रहने वाले और सेव इंडिया फैमिली तथा वास्तव फाउंडेशन के अध्यक्ष अमित देशपांडे का कहना है कि यह पूजा इसलिए कराई जाती है ताकि पति शादी की बुरी यादों से मुक्त हो सकें।