Edited By Ruby,Updated: 25 May, 2019 12:28 PM
लखनऊ-उत्तर प्रदेश से सोलहवीं लोकसभा में 14 महिलाएं ससंद पहुंची थी जबकि इस बार उनकी संख्या 11 रह गई। सत्रहवीं लोकसभा में प्रदेश चुनी गई सांसदों में प्रमुख रुप से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली से जबकि अमेठी से
लखनऊ: उत्तर प्रदेश से सोलहवीं लोकसभा में 14 महिलाएं ससंद पहुंची थी जबकि इस बार उनकी संख्या 11 रह गई। सत्रहवीं लोकसभा में प्रदेश चुनी गई सांसदों में प्रमुख रुप से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली से जबकि अमेठी से उनके पुत्र एवं पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को हराने वाली बीजेपी की स्मृति ईरानी संसद पहुंची है। गांधी परिवार की दूसरी बहू मेनका गांधी भाजपा के टिकट पर सुल्तानपुर सीट से कड़े मुकाबले में जीतकर संसद पहुंची। इलाहाबाद सीट से भाजपा की डॉ. रीता बहुगुणा जोशी सपा के राजेन्द्र सिंह पटेल को हराकर पहली बार संसद पहुंची।
इसके अलावा भाजपा की डॉ.संघमित्रा मौर्या ने बदायूं से समाजवादी पार्टी (सपा) के धर्मेद्र यादव को हराया और पहली बार संसद पहुंची जबकि धौरहरा से भाजपा की रेखा वर्मा ने बसपा के अरशद इलियास सिद्दीकी को हराया। मथुरा से राष्ट्रीय लोकदल के कुवंर नरेन्द्र सिंह को हराकर फिल्म अभिनेत्री हेमामालिनी भाजपा के टिकट पर लगातार दूसरी बार जीत कर संसद पहुंची हैं। अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष एवं केन्द्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया सिंह पटेल मिर्जापुर सीट पर सपा के राम चरित्र निषाद को हराकर दूसरी बार संसद पहुंची जबकि भाजपा की निरंजन ज्योति ने फतेहपुर सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सुखदेव प्रसाद वर्मा को हराया और वह भी लगातार दूसरी बार संसद पहुंची।
इसके अलावा लालगंज सीट पर बसपा की संगीता आजाद ने भाजपा की नीलम सोनकर को हराया जबकि फूलपुर सीट से केशरी देवी पटेल ने सपा के पन्धारी यादव को हराकर लोकसभा पहुंची। सोलहवीं लोकसभा में उत्तर प्रदेश से 14 महिला सांसद थी। उनमें कांग्रेस से सोनिया गांधी के अलावा भाजपा की मेनका गांधी पीलीभीत से,बहराइच से सावत्रीबाई फूले ,बाराबंकी से प्रियंका सिंह,धौरहरा से रेखा,फतेहपुर से निरंजन ज्योति, झांसी से उमा भारती, लालगंज से नीलम सोनकर ,मथुरा से हेमामालिनी, मिश्रिख से अंजू बाला, शाहजहांपुर से कृष्णाराज के अलावा मिर्जापुर से अपना दल की अनुप्रिया पटेल सांसद चुनी गई थी। इस बार भाजपा ने अपनी तीन महिला सांसदों को टिकट नहीं दिए जबकि बहराइच की सांसद सावत्री बाई फूले कांग्रेस में शामिल हो गई थी और अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई।