Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Aug, 2020 10:01 AM
उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि बाढ़ से राज्य में कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है लेकिन राज्य में बाढ़ से 18 जिलों के 1020 गांव प्रभावित है। राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को बताया कि राज्य कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक...
लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि बाढ़ से राज्य में कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है लेकिन राज्य में बाढ़ से 18 जिलों के 1020 गांव प्रभावित है। राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को बताया कि राज्य कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है।
बाढ़ से 18 जिलों के 1020 गांव प्रभावित है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि बाढ़ शरणालयों में रह रहे वृद्ध व्यक्तियों, गर्भवती व धात्री महिलाओं तथा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाए तथा वरिष्ठ अधिकारी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करे तथा बाढ़ से पीड़ित व्यक्तियों को त्वरित राहत उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि आपदा से होने वाली मृत्यु की दशा में पीड़ित के परिवार को 24 घण्टे के अन्दर अहैतुक सहायता उपलब्ध करा दी जाए।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिये एनडीआरएफ की 12 टीमें तथा एसडीआरएफ व पीएसी की 17 टीमें इस प्रकार कुल 29 टीमें तैनाती की गयी है। गोयल ने बताया कि 1,173 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। बाढ़/अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिये बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके है। बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री रखी गयी है।
उन्होंने बताया कि बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 370 बाढ़ शरणालय तथा 784 बाढ़ चैकियां स्थापित की गयी है। प्रदेश के 18 जिलों अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फरूर्खाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कासगंज, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, पीलीभीत, संतकबीरनगर, तथा सीतापुर के 1029 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। शारदा नदी, पलिया कला (लखीमपुरखीरी), सरयू (घाघरा) नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), (अयोध्या) तथा तुर्तीपार (बलिया) में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।