Edited By ,Updated: 21 Jun, 2016 08:44 PM
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इतेहदुल मुसलमीन (आईआईएमईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवेसी ने आज उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मथुरा कांड से जनता का ध्यान भटकाने के लिए जानबूझ कर कैराना ...
मुरादाबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इतेहदुल मुसलमीन (आईआईएमईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवेसी ने आज उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मथुरा कांड से जनता का ध्यान भटकाने के लिए जानबूझ कर कैराना मामले को तूल दिया जा रहा है। ओवैसी ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश में अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में सियासी बढ़त लेने के लिए समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी किसी भी स्तर पर जाने को तैयार है। दरअसल ये दोनों दल एक सिक्के के दो पहलू हैं।
उन्होंने कहा कि मथुरा कांड में अखिलेश सरकार की किरकिरी होते देख जनता का ध्यान उस मुद्दे से हटाने के लिए भाजपा ने कैराना का मुद्दा उठा दिया। जनता मथुरा में सरकार की लापरवाही भूलकर कैराना के मुद्दे में उलझ गई। यह भाजपा और सपा की रणनीति का हिस्सा है। अब लोग कैराना को लेकर बहस-मुबाहिसे में उलझकर रह गये हैं।
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था खस्ताहाल
हैदराबाद के सांसद ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को खस्ताहाल करार देते हुए कहा कि वह मथुरा और कैराना समेत किसी भी मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को खुले मंच में बहस को तैयार हैं। ओवेसी ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा का एक भी मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत सका जबकि सिर्फ मुलायम सिंह के परिवार के पांच सदस्य ही लोकसभा की देहरी लांघने में सफल रहे।
मथुरा कांड में सरकार पूरी तरह बेनकाब
उन्होंने कहा कि मथुरा कांड में सरकार पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है। प्रदेश में कानून का राज नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि यह बड़े अचरज की बात है कि सरकार को यह पता ही नहीं चला कि इतनी बड़ी जगह पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। अधिकारी खुद जाकर बिजली का कनेक्शन जुड़वाते रहे हैं। यह किसी के भी गले उतरने वाली बात नहीं है।
सच्चे लोहियावादी नहीं हैं मुलायम
ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उनकी सभा करने की अनुमति ना देने वाले अधिकारियों की सूची उनकी पार्टी चुनाव आयोग को सौंपेंगी जिससे विधानसभा चुनाव तो कम से कम निष्पक्ष हो सके। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव सच्चे लोहियावादी नहीं है। अगर वह लोहिया के सच्चे अनुयायी होते तो मुझको सभा करने की इजाजत देते। ओवेसी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में मुसलमानों का भला नहीं हो रहा है।