Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Apr, 2018 07:43 AM
सपा अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर समेत सभी गुरुद्वारों व धार्मिक स्थलों में लंगर और प्रसाद वितरण पर जीएसटी हटाने की मांग का समर्थन किया है।
लखनऊ/लुधियाना: सपा अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर समेत सभी गुरुद्वारों व धार्मिक स्थलों में लंगर और प्रसाद वितरण पर जीएसटी हटाने की मांग का समर्थन किया है।
यादव ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के सभी को नि:शुल्क भोजन (लंगर) को भाजपा ने टैक्स लगाने का निंदनीय कार्य किया है। भाजपा सरकार को न केवल लंगर सेवा बल्कि लंगर की खरीद को भी जीएसटी मुक्त करना चाहिए। धार्मिक स्थलों में इस तरह जहां सबके लिए भोजन (लंगर) की व्यवस्था हो, वहां जीएसटी लगाने का कोई औचित्य नहीं है। इतना ही नहीं पूर्ववर्ती केंद्र सरकारों ने तो लंगर पर वैट भी माफ किया था।
सिर्फ स्वर्ण मंदिर से ही साढ़े 5 माह में जीएसटी मद में वसूले जा चुके हैं 2 करोड़
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय गणतंत्र के 70 वर्षों में 11 प्रधानमंत्री हुए, कभी लंगर सेवा पर कोई टैक्स नहीं लगा। मोदी 12वें प्रधानमंत्री हैं जिनके समय धार्मिक स्थलों में लंगर पर जीएसटी टैक्स थोप दिया गया है। उल्लेखनीय है कि स्वर्ण मंदिर में हर दिन लगभग 80 हजार से 1 लाख तक की तादाद में संगत रोज लंगर छकती है। यह सेवा 24 घंटे चलती है। 17 जुलाई से दिसम्बर 2017 तक करीब साढ़े 5 माह में सरकार जीएसटी के मद में 2 करोड़ रुपए कर वसूल चुकी है। इसे वापस किया जाए। इससे सिख समाज में भारी रोष है। केन्द्र सरकार को सिख समाज की भावना का सम्मान करते हुए देश भर में लंगर सेवा और इसके सामान की खरीद पर तत्काल जीएसटी खत्म कर देनी चाहिए।