Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Dec, 2017 12:39 PM
यूं तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने किए गए कामों की चर्चा करते नहीं थकते, लेकिन उनकी पीठ पीछे उनके मंत्री क्या-क्या बयान दे जाते है, उन्हें इसका अंदाजा बाद ..
बलरामपुरः यूं तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने किए गए कामों की चर्चा करते नहीं थकते, लेकिन उनकी पीठ पीछे उनके मंत्री क्या-क्या बयान दे जाते है, उन्हें इसका अंदाजा बाद में लगता है। दरअसल हमारे कहने का संबंध उनके एक मंत्री जी के बयान से है, जो बोलते-बोलते इतना बोल गए कि उन्हें पार्टी की एवं वचनों की मर्यादा ही भूल गई।
दरअसल हम जिनकी बात कर रहे है, वह कोई पहली बार बयान देकर सुर्खियों में नहीं आए है। यह योगी के विवादित बयान देने वाले मंत्रियों में से एक ओम प्रकाश राजभर है। जिन्होंने अपने बयान से वोटरों को लुभाने वाले नेताओं के चुनावी हथकंडों को लेकर निशाना साधा है। साथ ही साथ प्रदेश व केंद्र दोनों सरकारों पर ही सवाल उठाएं है।
राजभर यूपी सरकार में पिछड़ा वर्ग दिव्यांग कल्याण मंत्री हैं। रविवार को बलरामपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वोटरों को दारू और मुर्गा खिलाने से वोट पक्का माना जाता है। उन्होंने कहा, 'बाटी-चोखा कच्चा वोट, दारू-मुर्गा पक्का वोट।
इतना ही नहीं राजभर ने यह भी कह दिया कि सारे गरीब दारू पीते हो, मुर्गा खाकर वोट देते हो और ये दिल्ली, लखनऊ जाने वाले नेता 5 साल तुम्हें मुर्गा बना कर घुमाते हैं।'
उल्लेखनीय है कि इससे पहले निकाय चुनाव के दौरान भी उन्होंने बगावती सुर अपनाए थे। इस दौरान भी उन्होंने शराब को लेकर विवादित बयान दिए थे। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा था कि जो लोग वोट पाने के लिए शराब बांट रहे हैं, उनसे पेटी लेकर रख लो और बाद में कह देना कि शराब से नशा ही नहीं हुआ।