Edited By ,Updated: 07 Apr, 2017 02:35 PM
नगर निगम के सदन में वंदे मातरम् गाने को लेकर भाजपा-सपा-बसपा के पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ। तू-तू मैं-मैं के साथ हाथापाई की नौबत आ गई और हुई भी।
इलाहाबाद: नगर निगम के सदन में भाजपा पार्षदों द्वारा ‘वंदे मातरम्’ की नई परंपरा की शुरूआत करने पर जमकर हंगामा हुआ। सदन में गाने को लेकर भाजपा-सपा-बसपा के पार्षदों के बीच तू-तू मैं-मैं के साथ हाथापाई की नौबत आ गई और हुई भी। जिससे सदन की कार्यवाही पूरी तरह से प्रभावित रही। अध्यक्ष अभिलाषा गुप्ता पार्षदों को समझाने के लिए चिल्लाती रही लेकिन उसका कोई प्रभाव पार्षदों पर नहीं पड़ा और नेताओं में एक दूसरे पर जमकर जुबानी हमला हुआ।
किसलिए हुआ बवाल?
दरअसल बवाल की आग तब सुलगी जब भाजपा पार्षदों ने वंदे मातरम का मुद्दा उठाया। पार्षदों ने कहा की बैठक की शुरुआत वंदे मातरम के साथ होनी चाहिए। जिसका सपा मुस्लिम पार्षदों ने विरोध किया तो बसपा पार्षदों ने भी सपोर्ट कर दिया और देखते ही देखते मिनी सदन में हंगामा शुरू हो गया। तेज आवाज में पार्षद एक दूसरे पर बरस पड़े। कई पार्षदों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और सदन की बैठक से बॉयकॉट कर दिया। सदन में भारी विरोध को देखते हुए कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई। महापौर अभिलाषा सब को शांत होने की गुहार लगाती रहीं।
नई परंपरा की शुरूआत कर किया जा रहा है माहौल खराब
सदन की बैठक से बॉयकॉट करने वाले पार्षदों का कहना था की इलाहाबाद नगर निगम में नई परंपरा शुरू की जा रही है। सदन की शुरुआत वंदे मातरम गाने से की जा रही है। जिससे जबरन शहर का माहौल खराब किया जा रहा है। इस बीच अत्यधिक उत्तेजित भाजपा सभासद, सपा की नामित सभासद तक पहुंच गईं और झड़प होने के साथ हाथापाई होने लगी।
विरोध के बाद भी सदन में गाया गया वंदे मातरम्
हंगामे के बाद सदन की बैठक से बॉयकॉट करने वाले पार्षदों की मांग को ठुकरा दिया गया और सदन में वंदे मातरम् गाया गया। लेकिन वंदेमातरम गाए जाने के दौरान दो लोग ऐसे भी थे जो सदन में बैठे रहे। हालांकि उन्हें उठने के लिए भी बाध्य नहीं किया गया। फिलहाल मामला सुर्खियों में आ गया है और हंगामा बढऩे की संभावना है।