Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jul, 2017 03:35 PM
बुलंदशहर में डिप्टी एसपी पद पर तैनात युवा अधिकारी श्रेष्ठा सिंह ने तबादले को लेकर बड़ा बयान दिया है।
बुलंदशहर: बुलंदशहर में डिप्टी एसपी पद पर तैनात युवा अधिकारी श्रेष्ठा सिंह ने तबादले को लेकर बड़ा बयान दिया है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में श्रेष्ठा सिंह ने कहा, ‘बताया तो इसे रूटीन ट्रांसफऱ जा रहा है, लेकिन मेरे बैच के किसी और अधिकारी का ट्रांसफऱ नहीं हुआ है और क्राइटीरिया ये था कि दो साल से ऊपर वालों का ही ट्रांसफऱ किया जाएगा। मुझे तो यहां सिर्फ़ आठ महीने ही हुए थे।’
राज्य में नई सरकार बनने के बाद इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं जबकि बीजेपी नेता पुलिस वालों से उलझ चुके हैं और सज़ा पुलिस वालों को मिली है। पुलिस के आला अधिकारी आधिकारिक रूप से इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं जबकि सरकार का कहना है कि ये रूटीन ट्रांसफऱ है, किसी को लक्ष्य बनाकर नहीं किया गया है।
सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा अभी भी यही कह रहे हैं कि क़ानून तोडऩे की इजाज़त किसी को नहीं दी जाएगी. बहरहाल, युवा अधिकारी का कहना है कि ये ट्रांसफऱ चाहे सज़ा हो या फिर इनाम, उन्हें स्वीकार है। लेकिन जानकारों का कहना है कि क़ानून की हिफ़ाज़त के लिए तैनात पुलिसकर्मियों को अगर सरकार क़ानून तोडऩे वालों की मर्र्जी से सज़ा देती रही तो ये स्थिति क़ानून, पुलिस और सरकार तीनों के लिए घातक हो सकती है।
गौरतलब है कि श्रेष्ठा सिंह ने पिछले दिनों ट्रैफि़क नियम तोडऩे के आरोप में स्थानीय बीजेपी नेता का चालान कर दिया था और फिर पेशी पर कोर्ट में गए बीजेपी नेता और उनके समर्थकों ने पुलिस अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की, बहस की और सबक सिखाने जैसी धमकी दी थी। कऱीब हफ़्ते भर बाद ये सबक़ सिखा दिया गया और श्रेष्ठा का तबादला बुलंदशहर से बहराइच कर दिया गया।