Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Aug, 2017 05:53 PM
समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने आज राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात करके उन्हें शिक्षामित्रों की समस्याओं के मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने आज राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात करके उन्हें शिक्षामित्रों की समस्याओं के मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।
सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने यहां बताया कि विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के नेतृत्व में सपा विधायकों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने राजभवन में राज्यपाल से भेंटकर ज्ञापन सौंपा और उनसे प्रदेश की गंभीर समस्याओं के समाधान कराने में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
सपा ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार के शासनकाल में पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारी भाजपा नेताओं के दबाव में आकर सपा के जिला पंचायत सदस्यों तथा क्षेत्र पंचायत सदस्यों का उत्पीडऩ कर रहे हैं। साथ ही भाजपा के नेता अधिकारियों का इस्तेमाल करके सपा के निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों तथा ब्लाक प्रमुखों को अलोकतांत्रिक तरीके से हटवाने में जुटे हैं।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि भाजपा सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में साजिशन पैरवी नहीं किये जाने के कारण लाखों शिक्षामित्रों के सामने गम्भीर स्थिति उत्पन्न हो गयी है। सरकार की लचर नीति के कारण शिक्षामित्रों के मामले में निर्णय नहीं लिया जा रहा है। राज्यपाल नाईक से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया।
ज्ञापन में प्रदेश की मौजूदा योगी आदित्यनाथ सरकार पर पूर्ववर्ती सपा सरकार के शासनकाल में हुई 35 हजार सिपाहियों की भर्ती को निरस्त करने की साजिश रचने का आरोप भी लगाया गया है। साथ ही अनुदेशक पद पर 32 हजार अभ्र्यिथयों के चयन के आदेश को लटकाने तथा बीटीसी प्रशिक्षित 12 हजार अध्यापकों का परिणाम रोकने के इल्जाम भी लगाये गये हैं।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि सरकार प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयी बाढ़ से राहत के कार्य में लापरवाही बरत रही है। प्रतिनिधिमण्डल में सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्वमंत्री बलराम सिंह यादव, पारसनाथ यादव तथा मनोज पाण्डेय समेत लगभग 30 विधायक तथा विधान परिषद सदस्य शामिल थे।