Edited By Nitika,Updated: 02 Sep, 2020 10:33 AM
देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न दिवंगत प्रणब मुखर्जी मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। इसके बाद बुधवार को उनकी अस्थियां धर्मनगरी हरिद्वार पहुंची।
हरिद्वारः देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न दिवंगत प्रणब मुखर्जी मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। इसके बाद बुधवार को उनकी अस्थियां धर्मनगरी हरिद्वार पहुंची। हरिद्वार की हर की पौड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर पूरे विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया गया।
प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी और उनके दोस्त एवं परिजन अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे थे और अभिजीत मुखर्जी ने ही विसर्जन कर्म किया। इस दौरान अभिजीत मुखर्जी ने बताया कि उनके दादाजी की इच्छा के अनुसार, पहले उनकी माता जी और अब पिताजी प्रणब मुखर्जी की अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया गया है। उनके यहां अस्थियों को रखने की परंपरा नहीं है, इसलिए मुखाग्नि देने के तुरंत बाद ही अस्थियों को गंगा में विसर्जन कर दिया जाता है।
वहीं अभिजीत मुखर्जी ने प्रणब मुखर्जी की आत्मशांति की कामना की और ये भी बताया कि प्रणब मुखर्जी को गंगा से गहरा लगाव था, इसलिए वह उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित करने के लिए ही दिल्ली से हरिद्वार पहुंचे हैं।