Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Sep, 2017 09:45 AM
सपा और कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा जारी श्वेतपत्र को पिछली सरकारों की कमियां दिखाकर....
लखनऊ: सपा और कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा जारी श्वेतपत्र को पिछली सरकारों की कमियां दिखाकर अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने की कोशिश करार दिया। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने योगी सरकार द्वारा यहां पिछली सपा-बसपा सरकारों की नाकामियों पर श्वेतपत्र जारी किए जाने के बाद एक बयान में कहा कि राज्य सरकार श्वेतपत्र की आड़ में अपनी जिम्मेदारी से पलायन कर रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो श्वेत पत्र पेश किया है उनमें सिर्फ काले अक्षर हैं, सच्चाई पर सफेदी पोती गई है और उस पर कोई यकीन करे तो कैसे? यह पिछली सरकारों की कमियां दिखाकर अपनी निष्क्रियता पर पर्दा डालने की कोशिश है। चौधरी ने कहा कि वस्तुत: भाजपा सरकार कोई काम करना ही नहीं चाहती है। वह अपने वादे पर खरी नहीं उतर सकी है। प्रदेश के लिए कुछ करने का उनके पास अभी वक्त नहीं है। उनका मुख्य काम तो 2019 में केन्द्र में वापसी का सपना पूरा करना है।
उन्होंने केन्द्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकारें होने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ‘डबल इंजन’ होने के बावजूद प्रदेश की योगी सरकार ‘स्टार्ट’ नहीं हो पा रही है। इस बीच, कांग्रेस के राज्य मीडिया प्रभारी सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्वेतपत्र जारी कर पिछले 15 वर्ष की सरकारों पर आरोपों की बौछार की है। शायद योगी यह भूल गए हैं कि प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप काम ना करने के कारण पिछली सरकारों की पार्टियों को जनता ने स्वयं सजा दी है जिसका परिणाम है कि योगी सत्ता में मौजूद हैं।
बकौल त्रिपाठी, योगी ने कहा है कि 2 दिन बाद वह अपनी सरकार के प्रारम्भिक 6 माह की उपलब्धियों को जनता के बीच रखेंगे। क्या योगी 6 महीने में ध्वस्त कानून व्यवस्था के बारे में भी बताने का कष्ट करेंगे? क्या वह गोरखपुर मेडिकल कालेज में तथा फर्रूखाबाद के अस्पताल में मासूमों की हुई ‘हत्या’ को भी अपनी उपलब्धियों में गिनाएंगे? मालूम हो कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने गठन के 6 माह पूरे होने की पूर्वसंध्या पर पिछली सपा-बसपा सरकारों की ‘नाकामियों’ पर श्वेतपत्र जारी किया।