Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Apr, 2018 08:24 PM
कभी गांधी-नेहरू परिवार का गढ माने जाने वाले सुलतानपुर में पिछले काफी अरसे से कांग्रेस हाशिए पर है। पिछले दो दशकों से पार्टी एक अदद विधायकी को तरस रही है।
सुलतानपुरः कभी गांधी-नेहरू परिवार का गढ माने जाने वाले सुलतानपुर में पिछले काफी अरसे से कांग्रेस हाशिए पर है। पिछले दो दशकों से पार्टी एक अदद विधायकी को तरस रही है। संगठन की अंतर्कलह ने जिले में पार्टी को और भी कमजोर कर दिया है। पार्टी किसी संजीवनी की तलाश में थी जिसे वह मिल गई है।
दरअसल बसपा सरकार में मंत्री रहे कद्दावर नेता ओमप्रकाश सिंह के पार्टी में शामिल होने से यहां के काग्रेसियों को संजीवनी मिल गई। पार्टी में शामिल होने के बाद आज पहली बार जब ओपी सिंह का काफिला नगर के लाल डिग्गी स्थित कांग्रेस कमेटी पहुंचा तो उनका जमकर स्वागत हुआ।
इस मौके पर आपस के मतभेद भुलाकर कमेटी पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेसियों का मानना है कि अब पार्टी अपनी पहली जैसी ऊंचाइयों को छुएगी। इस दौरान ओपी सिंह में भी खासा जोश दिखाई दिया आैर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार द्वारा बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा दिये जाने पर उन्होंने खूब कटाक्ष किया। उन्होंने आरोप लगाया कि किसान, बेरोजगार और व्यापारी परेशान हैं लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार ने कार्पोरेट घरानों का करोड़ों रुपया कर्जा माफ कर दिया है।