Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 04:59 PM
पिता को कोमा से उबारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मिलने के वावजूद ईशू के सिर से ममता का साया आखिरकार आज उठ गया। जिले के गंगोह क्षेत्र के अलीपुर गांव निवासी युवा प्रेस फोटोग्राफर अरुण कुमार (30) डेढ़ साल पहले एक सड़क हादसे में गंभीर रूप...
सहारनपुर: पिता को कोमा से उबारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मिलने के वावजूद ईशू के सिर से ममता का साया आखिरकार आज उठ गया। जिले के गंगोह क्षेत्र के अलीपुर गांव निवासी युवा प्रेस फोटोग्राफर अरुण कुमार (30) डेढ़ साल पहले एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। चिकित्सकों ने शल्य चिकित्सा कर उनके जन्मों को तो भर दिया मगर तमाम कोशिशों के बाद उनकी मूर्छा नहीं टूट सकी।
नन्हे हाथों से लिखा पीएम और सीएम को खत
मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली प्रियंका ने अपने पति अरूण की जान बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की। इलाज में जमापूंजी के खत्म हो जाने के बाद मां को चिंता में डूबा देख छह साल की ईशु ने पिछली 12 सितंबर को अपने नन्हे हाथों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बच्ची की गुहार सुनकर 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद जिलाधिकारी प्रमोद कुमार पांडेय के जरिऐ मुहैया कराई। जिलाधिकारी पाण्डेय ने अरुण को पैगासस अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सक डा. राजीव तिवारी और डा. शिप्रा तिवारी की निगरानी में युवा फोटोग्राफर का इलाज चल रहा था। कुछ समय पहले स्थिति में सुधार के बाद उन्हें गंगोह क्षेत्र के उनके गांव अलीपुर भेज दिया गया जहां कल रात उन्होने आखिरी सांस ली।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
अरुण के परिजनों का आरोप है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से गुहार लगाने के बाद भी अरुण कुमार का समुचित उपचार नहीं किया गया। शासन-प्रशासन की लापरवाही के कारण मध्यम परिवार के फोटोग्राफर अरुण कुमार का बहुत कम आयु में निधन हो गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।