Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Jan, 2021 10:41 AM
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बसपा ने देश के आन्दोलित किसानों के तीन विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग नहीं मानने और जनहित आदि के मामलों में भी लगातार काफी ढुलमुल रवैया अपनाने के विरोध में, आज माननीय राष्ट्रपति के संसद में होने वाले...
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की किसानों की मांग का समर्थन करने हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है। बसपा की अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण से पूर्व एक संदेश में यह जानकारी दी। मायावती ने कहा, ‘‘बसपा ने देश के आन्दोलित किसानों के तीन विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग नहीं मानने और जनहित आदि के मामलों में भी लगातार काफी ढुलमुल रवैया अपनाने के विरोध में, आज माननीय राष्ट्रपति के संसद में होने वाले अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।''
उन्होंने कहा कि केंद्र के कृषि कानूनों को वापस लेकर दिल्ली आदि में स्थिति को सामान्य करने के प्रयास करने चाहिए। केन्द्र को गणतंत्र दिवस के दिन हुए दंगे की आड़ में निर्दोष किसान नेताओं को बलि का बकरा नहीं बनाना चाहिए। बसपा नेता ने कहा कि इस मामले में उत्तरप्रदेश के भारतीय किसान संघ और अन्य नेताओं की आपत्ति में भी काफी सच्चाई है. सरकार को इस भी ध्यान देना चाहिए। इससे पहले सुश्री मायावती ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह कतई भी नहीं होना चाहिए था। यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण तथा केन्द्र की सरकार को भी इसे अति-गंभीरता से जरूर लेना चाहिए।