लोकसभा चुनाव 2019: राजनीति के चलते अपने भी हुए बेगाने

Edited By Ajay kumar,Updated: 10 May, 2019 02:56 PM

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राजनीति में अपने भी पराए हो जाते हैं। यह अफवाह नहीं बल्कि हकीकत है। बचपन में जो कभी एक साथ हुआ करते थे आज राजनीति में आने के बाद विरोधी बन गए है।

इलाहाबाद: राजनीति में अपने भी पराए हो जाते हैं। यह अफवाह नहीं बल्कि हकीकत है। बचपन में जो कभी एक साथ हुआ करते थे आज राजनीति में आने के बाद विरोधी बन गए है। चाहे गांधी परिवार की बात हो, बहुगुणा परिवार की बात हो या फिर सोने लाल पटेल के परिवार की। प्रयागराज की दोनों लोकसभा सीटों की बात करें तो ऐसे प्रत्याशी चुनावी मैदान में है जिनके परिवार के लोग ही विपक्षी दल से ताल्लुक रखते हैं। 
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फूलपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पंकज निरंजन पटेल, पल्लवी पटेल के पति हैं जो चुनावी मैदान में है। पल्लवी पटेल, अनुप्रिया पटेल की सगी बहन हैं फर्क बस इतना है अनुप्रिया पटेल भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में प्रचार करती हैं और मोदी सरकर में कैबिनेट मंत्री हैं तो वहीं पल्लवी पटेल कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करती हैं और उनके पति खुद फूलपुर सीट से प्रत्याशी हैं। पल्लवी पटेल अपने पति पंकज निरंजन पटेल के लिए लोगों से वोट की अपील कर रही हैं। उनका कहना है कि बचपन में या कहें कि कॉलेज के समय तक हम दोनों बहनों की विचारधारा एक थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब हम दोनों बहनें अलग हैं।

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ऐसे ही अगर हम इलाहाबाद सीट की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी के भाई शेखर बहुगुणा जोशी कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखते हैं जबकि बड़े भाई विजय बहुगुणा भारतीय जनता पार्टी से हैं। राजनीतिक रूप से दोनों एक दूसरे के विरोधी हैं। ऐसे में जब हमने शेखर बहुगुणा से बात की तो उन्होंने इस विषय को बड़ा ही गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि हम सब एक ही परिवार के तो हंै लेकिन विचारधारा बदल जाने से सभी अलग हो गए हैं। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बड़े भाई विजय बहुगुणा, बहन रीता बहुगुणा के प्रचार के लिए प्रयागराज आए हुए हैं लेकिन वह कांग्रेस से ताल्लुख रखने के चलते हमारे घर में नहीं रुके। सगे भाई होने पर भी वह होटल में रुके हुए हैं। ऐसे में लोग तमाम तरीके की बातें करते हैं लेकिन राजनीति में सब जायज है। 
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गांधी परिवार भी नहीं अछुता
आजादी के बाद देश की सत्ता पर सबसे ज्यादा काबिज हुई कांग्रेस भी इससे अछुता नहीं है। गांधी परिवार से ताल्लुक रखने वाले राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के मुखिया हैं तो वरुण गांधी भाजपा से सांसद हैं। अलग अलग पार्टियों में होने के कारण दोनों एक दूसरे के विरोधी हैं। सुलतानपुर से बीजेपी उम्मीदवार मेनका गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के रोड़ शो का कार्यक्रम एक साथ निर्धारित था। चाची-भतीजी रोड़ शो के दौरान आमने सामने आ गईं। इस दौरान प्रियंका ने हाथ हिलाकर चाची मेनका गांधी का अभिवादन किया लेकिन बात नहीं हुई। 

ये तो सिर्फ तीन परिवारों की बात है। देश में ऐसे कई घराने हैं जो राजनीतिक रूप से एक दूसरे के विरोधी होने के चलते बेगाने बने हुए हैं। 

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