Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Feb, 2018 09:34 PM
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के विद्युत नगरीय वितरण मण्डल में कार्यरत असिंस्टेंट इंजीनियर को उसके कार्यालय से एक वार्निंग लेटर मिला है। वार्निंग लेटर में जिक्र है कि जेई मोहित पंत जो कार्यालय से माचिस ले गए थे वो लौटाई नहीं गई है, जिसके वजह से...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के विद्युत नगरीय वितरण मण्डल में कार्यरत असिंस्टेंट इंजीनियर को उसके कार्यालय से एक वार्निंग लेटर मिला है। वार्निंग लेटर में जिक्र है कि जेई मोहित पंत जो कार्यालय से माचिस ले गए थे वो लौटाई नहीं गई है, जिसके वजह से कार्यालय के कार्यों को निपटाने में बाधा हो रही है। लेटर में यह चेतावनी दी गई है कि यदि माचिस तीन दिन में न लौटाई तो विभागीय कार्रवाई हो सकती है। लेकिन इस वार्निंग लेटर की सच्चाई कुछ और ही है।
दरअसल मुरादाबाद के बिजली विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर सुशील कुमार का अपने सहकर्मी को लिखा एक लेटर वायरल हो गया। सुशील कुमार ने अपने सहकर्मी मोहित पंत को एक चिट्ठी लिखी। 1 फरवरी को लिखी गई इस चिट्ठी में 23 जनवरी को उधार मांगी गई माचिस की डिब्बी का जिक्र है।
पत्र में लिखा गया है कि 23 जनवरी 2018 को आपने शाम 8:40 पर आपने माचिस की तीली उधार मांगी थी, ताकि आप ऑफिस में मॉस्किटो कॉइल जला सकें। इस डिब्बी में करीब 19 माचिस की तीलियां थीं। मगर दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि एक हफ्ते बाद भी आपने माचिस की डिब्बी नहीं लौटाई है।
इसके आगे पत्र में लिखा है कि माचिस की डिब्बी न होने से ऑफिस में दिक्कत हो रही हैं। और ये भी लिखा है कि मोहित पंत लेटर मिलने के तीन दिन में माचिस लौटा दें नहीं तो उनपर कारवाई हो सकती है। इसके साथ ही इसमें आधिकारिक मोहर भी लगी थी।
इसके बाद यूपी पुलिस के एएसपी राहुल श्रीवास्तव ने ये पत्र ट्विटर पर पोस्ट कर दिया। साथ ही लिखा कि अगर माचिस वापस न मिली हो तो पुलिस जांच करवा सकती है। राहल श्रीवास्तव का ये ट्वीट वायरल हो गया।
बाद में सुशील कुमार ने बताया कि दरअसल मोहित पंत उनके जूनियर हैं। पंत को फॉर्मल लेटर लिखने की ट्रेनिंग देने के लिए ये सैंपल लेटर सुशील ने लिखा था। इस लेटर को कहीं पोस्ट नहीं किया गया।