Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 08:24 PM
उत्तर प्रदेश के डेयरी, अल्पसंख्यक कल्याण, संस्कृति, वक्फ एवं हज मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने कहा कि प्रदेश में मदरसों की शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन लाने के लिए अच्छे शिक्षकों की नियुक्ति को सुनिश्चित किया जा रहा है।
मथुरा: उत्तर प्रदेश के डेयरी, अल्पसंख्यक कल्याण, संस्कृति, वक्फ एवं हज मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने कहा कि प्रदेश में मदरसों की शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन लाने के लिए अच्छे शिक्षकों की नियुक्ति को सुनिश्चित किया जा रहा है।
चौधरी ने आज यहां संवाददाओं को बताया कि अब मदरसों से लेकर अल्पसंख्यक डिग्री कालेजों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बनाई गई चयन समिति में एक सदस्य रजिस्ट्रार मदरसा का भी होगा जो अच्छे शिक्षक की नियुक्ति को सुनिश्चित करेगा। उनका कहना था कि नये शिक्षक की नियुक्ति का अनुमोदन भी रजिस्ट्रार ही करेगा।
उन्होंने कहा कि मदरसों की शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए विज्ञान और गणित के शिक्षण की व्यवस्था भी मदरसों में की जा रही है। इन विषयों की किताबें उर्दू भाषा में छप चुकी हैं तथा अगले सत्र से विद्यार्थियों को यह उपलब्ध हो सकेगी। इन किताबों का स्तर सीबीएसई/आईसीएसई की किताबों के जैसा होगा। उनका कहना था कि सरकार की मंशा है कि अब मदरसों में भी ऐसी शिक्षा दी जाय कि इससे पढ़े बच्चे डाक्टर, इंजीनियर आदि बन सकें।
उनका कहना था कि मदरसों की शिक्षा के मामले में पिछली सरकारों ने केवल राजनीतिक लाभ ही लिया बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता पर कोई ध्यान नही दिया गया जिससे इस पर खर्च की गई राशि का अधिकांश भाग का दुरूपयोग हुआ। जब सरकार ने मदरसों की सही संया और उनमें पढऩे वाले विद्यार्थियों की संया को जानने की कोशिश की तो 2800 मदरसे ही गायब हो गए और सवा लाख छात्रों का पता नही है।