Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 03:01 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ काशी विश्व नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद बीएचयू में आयोजित ''स्वच्छ गंगा सम्मेलन'' में हिस्सा लिया।
वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ काशी विश्व नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद बीएचयू में आयोजित 'स्वच्छ गंगा सम्मेलन' में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘गंगा सनातन धर्म का प्रतीक और हम सबकी मां है। सिर्फ सरकार के भरोसे इसको स्वच्छ करना ठीक नहीं, हम सबकी भागीदारी अहम है।’ उन्होंने कहा, ‘गंगा में पूजा का सामान न डालकर इसे प्रदूषित न करें, बल्कि गंगा किनारे कुंड बनाकर उसमें पूजा करें।’
सम्मेलन की मुख्य बातें-
-गंगा मईया को स्वच्छ रखने की नैतिक जिम्मेदारी निभाएं।
-गांवों-शहरों का गंदा पानी नदियों में न गिराएं।
-कारखानों का गंदा कचरा भी गंगा में न जाने पाए।
-नदियों को प्रदूषित होने से रोकने के लिए हम लोगों को खुद प्रयास करना होगा।
-पूजा सामाग्री को नदियों में न फैंके। इसे किनारे कुंड बनाकर डालें।
-वस्त्र और दान गरीबों को दें, नदियों में न डालें।
-राज्यों के असहयोग से गंगा में बढ़ा प्रदूषण।
-गंगा की सफाई में हम सब की भागीदारी अहम।
-गंगा के कारण यूपी का महत्व देश और दुनिया में।
-गंगा के अंदर का नजारा देखकर सिर झुक जाता है।
-हमें इसे बदलकर दिखाना है।
-स्वच्छता और उपलब्धियां हमारी पहचान होनी चाहिए।