भ्रष्टाचार अपने आप नहीं, डंडा लेकर निकालना पड़ेगा: मोदी

Edited By ,Updated: 03 Dec, 2016 10:57 PM

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नोटबंदी को लेकर संसद से सड़क तक विपक्षी दलों के हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में परिवर्तन रैली को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश से गरीबी खत्म करने के लिए सबसे पहले बड़े राज्यों से शुरूआत करनी...

मुरादाबाद: नोटबंदी के फैसले पर विपक्ष द्वारा केन्द्र सरकार की संसद से सड़क तक की जा रही जबरदस्त घेराबंदी के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज एक बार फिर बड़े नोटों को अमान्य किये जाने के निर्णय को किसान, गरीब और देशहित में करार दिया। मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी की परिर्वतन रैली को संबोधित करते हुए कहा ‘पाई-पाई पर सवा सौ करोड़ देशवासियों का हक है। हम तो फकीर आदमी हैं। झोला लेकर चल देंगे। इस फकीरी ने हमको गरीबी से लडऩे की ताकत दी है।’  

भ्रष्टाचार से ज्यादा नुकसान गरीबों का
उन्होंने, ‘जनधन खाताधारियों को आगाह किया कि वे अपने बैंक खातों से पैसा न निकालें। उनके खाते में जिन लोगों ने अपना पैसा जमा कराया है वह जेल जाएंगे। यह पैसा गरीबों को मिलेगा। दिन रात इसी में दिमाग लगा रहा हूं। भ्रष्टाचार ने सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों का किया है लेकिन सरकार के इस कदम से अमीर गरीब के घर लाइन लगाने को मजबूर है, पैर पकड़ रहा है कि मेरे पैसे अपने खाते में जमा कर लो।’

जनधन खाताधारक डरें नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जनधन खाताधारक डरें नहीं। देखिये वह आपके घर के चक्कर लगायेगा। उनके खाते में पैसे डालने वाले अमीर यदि उनपर ज्यादा दबाव डालें तो उनसे कह देना कि ज्यादा दादागिरी दिखाओगे तो मोदी को चि_ी लिख दूंगा। उन्होंने कहा घोषणा करके हिसाब देने वाली पहली सरकार आज आपके चरणों में बैठी है। सरकार पाई-पाई, पल-पल का हिसाब दे रही है। सवा सौ करोड जनता जनार्दन हमारा हाईकमान और नेता है। जो कुछ हैं आप लोग हैं। मोदी ने कहा कि जो काम 70 साल में नहीं हुआ उसे करने में तकलीफ तो होगी। चुनौतियां थीं, रुकावटें थी, इरादों में भी खोट थी। आम आदमी बेईमानी नहीं चाहता लेकिन स्कूल वाला जब ‘आफीशियल’ पांच सौ रुपये लेता है और ‘अनआफीशियल’ 75 हजार मांगता है तो मध्यम परिवार मजबूरन बेईमानी करने लगता है। 

जनता की तपस्या बेकार नहीं जाएगी
नोटबंदी से आम आदमी को हो रही कुछ दिक्कतों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,‘‘मैं विश्वास दिलाता हूं कि धूप, ठण्ड और तमाम परेशानियां झेलते हुए आप कतार में खड़े रहे। सब कुछ सहन किया है। मैं आपकी तपस्या को बेकार नहीं जाने दूंगा। कोई कमी नहीं रहने दूंगा।’ उन्होंने कहा कि देश को 70 साल मिट्टी के तेल, गेहूं और चीनी के लिए कतार में खड़ा किया गया। उन कतारों को खत्म करने के लिए मैंने आखिरी कतार लगवायी है। हमारी सरकार केवल घोषणायें नहीं करती। दरअसल सरकारें योजनायें बनाकर उन्हें लागू करने के लिए होती हैं। मध्य प्रदेश कभी बीमारु राज्य माना जाता था। दस साल में यह बीमारी से मुक्त होकर विकास करने वाले राज्यों की कतार में आ गया है।  उन्होंने कहा, ‘विकास करना है तो हो सकता है। लेकिन जब केवल अपनों का विकास करना है तो राज्य का विकास नहीं हो सकता है। छोटे-छोटे राज्यों की गरीबी दूर करने से देश की गरीबी नहीं दूर होगी। उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से गरीबी दूर करने पर ही देश खुशहाल होगा।’

अपने आप नहीं खत्म होगा भ्रष्टाचार 
भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए मोदी ने लोगों से पूछा कि क्या भ्रष्टाचार अपने आप जायेगा। उसको डंडा लेकर निकालना पड़ेगा या नहीं। बेईमान को ठीक करना पड़ेगा या नहीं। भ्रष्टाचारियों को ठिकाने लगाने पड़ेगा या नहीं। छापा पडऩे पर बिस्तर के नीचे करोड़ो रुपये मिले। यह पैसे किसके हैं। पाई पाई पर देशवासियों का हक है।’ प्रधानमंत्री ने कहा ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ लडऩे वाला गुनहगार है क्या। मैं हैरान हूं कि मुझे कुछ लोग गुनहगार बता रहे हैं। क्या मेरा यही गुनाह है कि गरीबों का हक छीनने वालों को हिसाब देना पड़ रहा है।’ छापा पडऩे पर बिस्तर के नीचे करोड़ों रुपये मिले। यह पैसे किसके हैं। पाई-पाई पर देशवासियों का हक है।

किसानों की तकलीफ हमारी 
उन्होंने कहा कि बैंकों का राष्ट्रीयकरण गरीबों के नाम पर किया गया है लेकिन उनको बैंक जाने का मौका नहीं दिया गया। हमने गरीबों के खाते की बात की तो लोग मजाक उड़ाते थे। लाल किले की प्राचीर से एक हजार दिन में 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचाने का एलान करते हुए उन्होंने कहा कि अभी यह काम इनमें से आधे गांवों में भी पूरा नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों की तकलीफ उनकी तकलीफ है। तकलीफ के बाद भी किसानों ने बुआई में कमी नहीं आने दी। जिन लोगों को भ्रम है वे निराशा फैला रहे हैं। इस देश के 65 फीसदी लोग नौजवान हैं। नौजवानों से उन्होंने मोबाइल फोन से खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देने में सहयोग करने की अपील की। उनका कहना था कि इससे ईमानदारी के रास्ते खुल जायेंगे।

सिर्फ भ्रष्टाचार के दरवाजे बन्द करना उनका मकसद 
मोदी ने कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि देश में अनपढ़ ज्यादा हैं लेकिन उन्हें शायद नहीं पता है कि अमरीका में आज भी ठप्पा लगाकर वोट दिया जाता है लेकिन भारत के लोग बटन दबाकर वोट देते हैं। यहां के लोग परिवर्तन को बहुत तेजी से स्वीकार कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ घरों में रखे पैसे निकलवाना उनका मकसद नहीं है बल्कि वह भ्रष्टाचार के दरवाजे बन्द करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि समस्याओं का समाधान केवल विकास है। विकास से रोजगार, अच्छी शिक्षा, बुजुर्गों को कम पैसे में अच्छी दवाई, रहने को घर और बिजली पानी मिलेगा, इसलिए विकास उनकी प्राथमिकता है। 

पूरे देश में है मुरादाबाद के पीतल की चमक 
उन्होंने कहा कि जिस मुरादाबाद के पीतल ने पूरे देश के घरों में चमक फैलायी, उस क्षेत्र के एक हजार से ज्यादा गांव ऐसे थे जहां बिजली ही नहीं पहुंची। रैली को श्री मोदी के अलावा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य पार्टी उपाध्यक्ष तथा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने भी संबोधित किया। भाजपा की परिवर्तन यात्राएं पांच नवंबर से शुरू हुई थी। पहली यात्रा सहारनपुर जबकि दूसरी छह नवंबर को झांसी से शुरू हुई थी। तीसरी सोनभद्र से आठ नवंबर को और चौथी नौ नवंबर को बलिया से शुरू की गई थी। इन यात्राओं में स्थानीय नेताओं के अलावा मोदी के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की भी रैलियां हो रही हैं। 

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