Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Apr, 2018 06:24 PM
उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम को लेकर उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले से नाराज दलित संगठनों ने उग्र प्रर्दशन किया है। प्रदेश सहित देश भर में आगजनी आैर हिंसा की खबरें आ रही हैं।
मेरठः उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम को लेकर उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले से नाराज दलित संगठनों ने उग्र प्रर्दशन किया है। प्रदेश सहित देश भर में आगजनी आैर हिंसा की खबरें आ रही हैं।
मेरठ के कंकरखेड़ा थाना से डीएम और एसएसपी पुलिस फोर्स के साथ फ्लैग मार्च करते हुए गाडिय़ों से आंबेडकर रोड होते हुए मार्शल पिच की तरफ जा रहे थे। मार्शल पिच से पहले भीड़ जमा थी। अफसरों की गाडिय़ां देखते ही भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद फोर्स ने भीड़ को पीछ भगाया। डीएम व एसएसपी की गाड़ी पर पथराव के बाद पुलिस एक्शन में आई।
पुलिस ने हिंसा फैलाने के मामले में पूर्व विधायक व बसपा नेता योगेश वर्मा गिरफ्तार किया। इसके साथ सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को भी पकड़ा गया है।
बता दें कि भारत बंद काे बंद को सीधा समर्थन बीएसपी ने दिया है। दलित संगठनों के साथ सुबह से बीएसपी के कार्यकर्ता शहर में घूम रहे हैं। वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता भी रैली में दिखाई दिए।
सरकार दलितों और वंचित तबके के साथ-याेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कहना पड़ा कि सरकार दलितों और वंचित तबके के साथ है। उनके उत्थान और सुरक्षा के लिए सरकार संजीदगी के साथ काम कर रही है। सरकार आगे भी काम करेगी। ऐसा न करें कि कानून व्यवस्था की हालत खराब हो। कमोवेश इसी तरह की अपील उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी करनी पड़ी। प्रमुख सचिव (गृह) अरविन्द कुमार ने लोगों से तोडफ़ोड़ नहीं करने की अपील की।
उनका कहना था कि मेेरठ, आगरा, गाजियाबाद और पश्चिम के कुछ अन्य इलाकों में तोडफ़ोड़ और आगजनी की घटनाएं हुई हैं। स्थिति को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने हर हाल में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने में सहयोग की अपील की है।