Edited By Ajay kumar,Updated: 20 Aug, 2018 06:52 PM
अयोध्या मेें राम मंदिर निर्माण में देरी के लिये कांग्रेस को जिम्मेदार बताते हुये उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राज्यसभा में बहुमत होने की दशा मेें भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर सकती थी।
लखनऊ: अयोध्या मेें राम मंदिर निर्माण में देरी के लिये कांग्रेस को जिम्मेदार बताते हुये उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राज्यसभा में बहुमत होने की दशा मेें भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर सकती थी।
मौर्य ने कहा कि राम मंदिर प्रकरण उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और उमीद है कि जल्द ही इस विवाद का समाधान हो जायेगा। उन्होने कहा कि कांग्रेस अपने राजनीति फायदे के लिये मंदिर निर्माण में रोड़ा अटका रही है। भाजपा के पास राज्य सभा में बहुमत होता तो मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता था। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए कटिबद्ध है। राम मंदिर निर्माण तीन तरीके से हो सकता है। पहला उच्चतम न्यायालय के फैसला आने के बाद, दूसरा दोनों पक्षों में समझौते के माध्यम से या फिर यह संसद में कानून बनाकर संभव है।
उन्होंने कहा कि संतों और देश की जनता का दबाव है कि द्वारिका मंदिर की तरह ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये कानून बनाया जाये लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार (राजग) के पास राज्यसभा मेें बहुमत नही है। बिना बहुमत के इस तरह के कानून को पारित नही कराया जा सकता है।
मौर्य ने कहा कि कांग्रेस दोहरा खेल खेल रही है। राम मंदिर के लिए रोड़ा अटका रही है। उच्चतम न्यायालय में दिन प्रति दिन सुनवायी के दौरान नये नये मुद्दों को सामने रखकर फैसला आने में देरी करा रही है। उन्होने कहा, ‘देश के करोड़ों लोग अयोध्या में राम मंदिर देखना चाहते हैं। हमारे लिए भी यह आस्था का विषय है। फिलहाल अभी मामला न्यायालय में विचाराधीन है। विश्वास है कि राम मंदिर विवाद का जल्द समाधान हो जाएगा और अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा।’
भाजपा नेता ने कहा, ‘कांग्रेस एक वर्ग को खुश करने के लिए सिर्फ राम मंदिर मुद्दे पर राजनीतिक लाभ लेने में रूचि रखती थी।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में राम मंदिर विधेयक ला सकती है, उपमुख्यमंत्री ने कहा,‘सरकार राम मंदिर के जो भी आवश्यक होगा वह करेगी, लेकिन इसके लिये काूनन के दायरे में रहकर ही कोई काम करेगी।’
मौर्य ने कहा कि अभी राज्यसभा में भाजपा के पास पर्याप्त संया बल नहीं हैं। यदि लोकसभा में कानून लाते हैं तो राज्यसभा में कम संया होने के चलते हम निश्चित रूप से हार जाएंगे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण विश्व ङ्क्षहदू परिषद के दिवंगत नेता अशोक सिंघल, राम जन्मभूमि ट्रस्ट के पूर्व प्रमुख रामचंद्र दास परमहंस और मारे गए कारसेवकों को श्रद्धांजलि होगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट तथा ओबीसी संशोधन विधेयक पर दूसरे दलों का समर्थन मिल गया, लेकिन राम मंदिर पर मिलना काफी मुश्किल है। पिछड़ा आयोग की संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिये उन्होने नरेन्द्र मोदी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि केंद्र में राजग सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाये चलायी है जिसका लाभ जनता को मिल रहा है। उपमुयमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर भी अपना दुख व्यक्त करते हुये कहा कि श्री वाजपेयी की मृत्यु से जो खालीपन हुआ है उसकी भरपायी नही की जा सकती है।