उत्तर प्रदेश और दिल्ली में गठबंधन को सोनिया खेमा फिर सक्रिय

Edited By Deepika Rajput,Updated: 12 Mar, 2019 12:31 PM

congress active in again uttar pradesh and delhi for the coalition

कांग्रेस में वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी का खेमा उत्तर प्रदेश और दिल्ली में क्षेत्रीय दलों से गठबंधन के लिए फिर सक्रिय हो गया है। इस खेमे की दलील है कि अभी सबसे बड़ी प्राथमिकता मोदी सरकार की विदाई है और इसके लिए उन राज्यों में गठबंधन का अध्याय फिर से...

लखनऊ/दिल्लीः कांग्रेस में वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी का खेमा उत्तर प्रदेश और दिल्ली में क्षेत्रीय दलों से गठबंधन के लिए फिर सक्रिय हो गया है। इस खेमे की दलील है कि अभी सबसे बड़ी प्राथमिकता मोदी सरकार की विदाई है और इसके लिए उन राज्यों में गठबंधन का अध्याय फिर से खोला जाए जहां इसे प्राय: बंद मान लिया गया है।

PunjabKesariकहा जा रहा है कि गठबंधन का स्वरूप दोबारा से तय किया जा सकता है। अगर किसी राज्य में यह संभव नहीं हो पा रहा हो तो दोस्ताना मुकाबले की प्रक्रिया की तरफ बढ़ा जाए। बताया जा रहा है कि अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद और कई वरिष्ठ नेता इस बात के पक्षधर हैं कि एक व्यावहारिक गठबंधन किया जाए जो दोनों पक्षों को स्वीकार्य हो। खबर तो यह भी है कि यूपी को लेकर उन्होंने सपा नेताओं से फिर से नए सिरे से बातचीत शुरू भी की है। शुक्रवार को कांग्रेस के भीतर यह चर्चा काफी गर्म रही कि कांग्रेस में अधिकांश पुराने नेता यूपी में गठबंधन चाहते हैं। इनमें से कुछ नेता कांग्रेस के चुनाव प्रबंधन की टीम में भी शामिल हैं।

PunjabKesariयूपी में प्रभारी और टिकट वितरण की भूमिका में रह चुके नेता कहते हैं कि अधिकतम 22 से शुरू होकर 12-15 सीटों पर भी गठबंधन किया जा सकता है। इन नेताओं का कहना है कि कांग्रेस की पहली प्राथमिकता बीजेपी को यूपी में 20 सीटों से नीचे रोकने की होनी चाहिए क्योंकि उसी से नई सरकार की तस्वीर साफ होगी। इस क्रम में वरिष्ठ नेता कांग्रेस की एक दिन पहले घोषित 11 उम्मीदवारों की सूची से कुछ उम्मीदवार वापस लेने की भी बात कर रहे हैं।

PunjabKesariसबसे दिलचस्प कहानी दिल्ली की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सार्वजनिक रूप से की गई यह टिप्पणी कि ‘आप’ से समझौता नहीं होगा, वरिष्ठ नेताओं को राजनीतिक रूप से उचित नहीं लगी है। वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि अगर ‘आप’ के साथ नहीं भी जाना है तो भी यह टिप्पणी दिल्ली के स्थानीय नेताओं तक ही सीमित रहनी चाहिए थी। बताया जा रहा है कि सोनिया खेमे के नेताओं ने बीजेपी को रोकने की खातिर दिल्ली में गठबंधन का अध्याय फिर से खोलने अथवा दोस्ताना मुकाबले जैसे विकल्पों पर विचार करने के लिए कहा है। इसके लिए संवैधानिक पद पर रह चुके कांग्रेस के एक पूर्व वरिष्ठ नेता ने भी राहुल गांधी को सलाह दी है।

PunjabKesariउनकी सलाह में सिर्फ यूपी और दिल्ली ही नहीं आंध्र प्रदेश जैसे राज्य भी शामिल हैं। सोनिया गांधी के खेमे के नेताओं की सलाह राहुल कितनी मानेंगे, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। समझा जा रहा है कि सोमवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक और बुधवार को कार्यसमिति की बैठक में गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है।

 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!