Edited By ,Updated: 24 Apr, 2017 02:43 PM
बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के आंवला जूस की बिक्री पर अब आर्मी कैंटीन में नहीं होगी। ये फैसला भारतीय सैन्य बलों के रिटेलिंग प्लेटफॉर्म कैंटीन स्टोर्स डिपार्टमेंट (ष्टस्ष्ठ) ने जूस की खराब गुणवत्ता रिपोर्ट के आधार पर किया है।
नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद कंपनी को भारतीय सैन्य बलों के रिटेलिंग प्लेटफॉर्म कैंटीन स्टोर्स डिपार्टमेंट (सीएसडी)ने बड़ा झटका दिया है। पतंजलि निर्मित आंवला जूस की खराब गुणवत्ता के कारण इसे देश के सभी कैंटीनों में बैन कर दिया है। अब आंवला जूस की बिक्री आर्मी कैंटीन में नहीं होगी। बता दें कि सीएसडी की शुरुआत 1948 में की गई थी। इसका मैनेजमेंट रक्षा मंत्रालय करता है। इसके तहत 3901 कैंटीन और 34 डिपो हैं।
मौजूदा स्टॉक को लौटाने की प्रक्रिया शुरू
अंग्रेजी अखबार ‘द इकॉनोमिक्स टाइम्स’ की खबर के अनुसार सीएसडी ने सभी डिपो को लैटर लिखकर कहा है कि वे मौजूदा स्टॉक के लिए एक डेबिट नोट बनाएं ताकि उसे लौटाया जा सके। सीएसडी ने 3 अप्रैल 2017 को ये लेटर लिखा। बता दें कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने खाद्य उत्पाद बाजार में उतारे थे, उनमें आंवला जूस शामिल था।
यहां की गई आवंला जूस के गुणवत्ता की जांच
इस मामले में सीएसडी के दो अधिकारियों ने बताया कि इस आवंला जूस की जांच कोलकाता की सेंट्रल फूड लैबरेटरी में की गई थी। जांच में उसे उपभोग के लिए ठीक नहीं पाया गया। पतंजलि ने आर्मी की सभी कैंटीनों से आंवला जूस को वापस ले लिया है।
गुणवत्ता को लेकर घिरी कंपनी
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब पतंजलि आयुर्वेद अपने खाद्य प्रदार्थों के गुणवत्ता के दावों को लेकर रेग्युलेटर्स के साथ विवादों में घिरी है। इससे पहले बिना लाइसेंस के नूडल्स और पास्ता बेचने के लिए उसकी खिंचाई की गई थी। तब एफएसएसएआई ने सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी को निर्देश दिया था कि वह पतंजलि को उसके खाद्य तेल ब्रैंड के विज्ञापन को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी करे।