Edited By Ajay kumar,Updated: 07 Jul, 2018 07:12 PM
समाजवादी पार्टी(सपा)अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सांप्रदायिकता का जहर घोलकर अपने वोट बैंक को साधने में लगी है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी(सपा)अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सांप्रदायिकता का जहर घोलकर अपने वोट बैंक को साधने में लगी है।
अखिलेश यादव ने शनिवार को यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए साम दाम दण्ड भेद सभी उपाय अपनाने में संकोच नहीं करती है। ईवीएम मशीनों में जब तब गड़बड़ी होने की खबरें हर चुनाव में खूब छपती हैं। इन मशीनों की विश्वसनीयता पर कई सवाल उठे हें। उन्होने कहा कि भाजपा का दूसरा अस्त्र चुनाव में ध्रुवीकरण को बढ़ावा देना होता है। सांप्रदायिकता का जहर घोलकर अपने वोट बैंक को साधने में जुटी है। सामाजिक सछ्वाव को बिगाडऩे और विद्वेष भावना को पनपाने में भी भाजपा आगे रहती हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने राजनीति को जनसेवा का माध्यम न मानकर उसे प्रबंधन कला में बदल दिया है। उनके लिए सामाजिक जीवन में शुचिता का कोई अर्थ नहीं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह चुनाव येनकेन प्रकारेण जीतने के हिमायती हैं। भाजपा अध्यक्ष इन दिनों उत्तर प्रदेश का दौरा कर रहे है। वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिये विपक्ष की खिलाफत का मंत्र बांट रहे हैं। उन्हें न तो भाजपा कार्यकर्ताओं पर और नहीं प्रदेश के मतदाताओं पर विश्वास है। भाजपा कारपोरेट घरानों की प्रबंधन प्रणाली के जरिए चुनाव जीतने की व्यवस्था मेें जुटी है।