Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Apr, 2018 08:05 PM
प्रदेश सरकार की रात्रि चौपाल को ढोंग बताने के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर आज पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ ...
लखनऊ: प्रदेश सरकार की रात्रि चौपाल को ढोंग बताने के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर आज पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि सैफई की फूहड़ता को गांव और गरीब का उत्कर्ष मानने वाले अखिलेश को भाजपा संगठन और सरकार का गांव-गरीब के बीच रात्रि चौपाल में जाना ढोंग ही लगेगा।
पाण्डेय ने कहा,‘‘अखिलेश यादव यदि गरीबों, पिछड़ों और वंचितों के बीच पहुंचे होते तो सत्ता से उनकी बेदखली न हुई होती। भाजपा का मूल सिद्धांत ही सत्ता के केन्द्र को गरीब की चौखट तक पहुंचाना है।’’
उन्होंने कहा,‘‘सैफई के शहजादे को प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक एवं भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का गांव में गरीबों, दलितों, पिछड़ों के बीच जाकर उनकी समस्या का समाधान करना यदि ढोंग लगता है तो इसमें गलती उनके राजनीतिक परिवेश की है, जिसमें सत्ता का अर्थ शहंशाह या शहजादे की अनुभूति है।’’
दरअसल अखिलेश ने कल कहा था कि भाजपा सरकार की रात्रि चौपाल ढोंग के सिवाय कुछ नहीं है। मुख्यमंत्री जब जनता से रूबरू हुए तो उन्हें अपनी सरकार के ढोल के पोल का अंदाजा हो गया। पाण्डेय ने पलटवार करते हुए कहा कि हार से हताश अखिलेश दरक चुके समाजवादी किले को सहेजने की कोशिश में लगे हैं। अमूमन मीडिया से दूरी बनाए रखने वाली मायावती भी अब मीडिया फ्रेंडली बनने की कोशिश कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहब भीमराव रामजी आम्बेडकर की जयन्ती से ग्राम स्वराज अभियान प्रारम्भ किया, जिसमें प्रत्येक जनप्रतिनिधि, मुख्यमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला पदाधिकारी ‘जनता की सरकार जनता के द्वार’ का ध्येय लेकर जन-जन के दरवाजे पहुंच रहे हैं।