Edited By ,Updated: 26 Dec, 2016 03:30 PM
विधानसभा चुनाव के पहले विवादों में आई भाजपा की बाइक को मीडिया से नजर बचाकर कार्यकर्ताओं को बांटने का काम शुरू हो गया है। कार्यकर्ता भी भाजपा के रंग में रंगी बाइक से ब्लॉकवार प्रचार में निकल चुके हैं।
गोरखपुर(अजीत सिंह): विधानसभा चुनाव के पहले विवादों में आई भाजपा की बाइक को मीडिया से नजर बचाकर कार्यकर्ताओं को बांटने का काम शुरू हो गया है। कार्यकर्ता भी भाजपा के रंग में रंगी बाइक से ब्लॉकवार प्रचार में निकल चुके हैं। भाजपा के रंग में रंगी इस रंगीली बाइक में माइक और स्पीकर के जरिए भाजपा के परिवर्तन लाने के संदेश को जन-जन तक भोजपुरी गीत के जरिए पहुंचाया जा रहा है। लेकिन, हैरत की बात यह है कि योगी के गढ़ में बाइक और सड़कों पर लगे पोस्टर में आदित्यनाथ को तरजीह देने की बजाय पार्टी ने दरकिनार कर दिया है।
लोगों में कमल संदेश पहुंचाने निकले भाजपाई
गोरखपुर के कैण्ट थानाक्षेत्र के वार्ड नंबर 44 में प्रचार-प्रसार के लिए भाजपा के रंग में रंगी बाइक लेकर निकले झंगहा थानाक्षेत्र के अमहिया गांव निवासी सुनील कुमार गुप्ता को सड़क पर जाने वाले लोग हैरत भरी नजर से देख रहे हैं, लेकिन, सुनील अपनी ही धुन में मस्त भाजपा का झण्डा बुलंद कर सड़क पर फर्राटा भर रहे हैं। भाजपा के रंग में रंगी बाइक पर वह भाजपामय हेलमेट लगाए लोगों को भाजपा के कमल संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए निकले हैं। उनकी बाइक में पीछे एक बड़ा सा बक्सा बना है। जिसमें टेपरिकार्डर और माइक रखा हुआ है। वह जब सड़क पर निकलते हैं, तो भाजपा के प्रचार के लिए बनाए गए भोजपुरी गीत ‘यूपी में भाजपा लावा हो, यूपी में कमल खिलावा हो, यूपी में परिवर्तन लावा हो, हथकंडा बनाया जा रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आवाज में रिकार्ड किए गए संदेश को भी प्रसारित किया जा रहा है।
माइक से भाजपा की सरकार बनाने की अपील
इसके साथ ही कार्यकर्ता को एक माइक भी दिया गया है, जिससे वह लोगों को भाजपा के परिवर्तन संदेश में साथ देने के लिए 7505 403 403 पर मिस्ड कॉल करने के लिए भी अपील कर रहे हैं। वह लोगों से कह रहे हैं कि यूपी से राहु और केतु को भगाना है और परिवर्तन लाना है तो भाजपा की सरकार बनाना है।
आदित्यनाथ की फोटो को बताया चूक
जब बीजेपी कार्यकर्ता सुनील से पूछा गया कि उन्हें यह बाइक कब मिली है, तो उन्होंने बताया कि उन्हें कल यह बाइक दी गई है। इस बाइक से कमल संदेश लोगों तक पहुंचाना है। ब्लॉकवार कार्यकर्ताओं को यह बाइक सौंपी गई है। वह इस बाइक से भाजपा के प्रचार-प्रसार के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। जब उनसे पूछा गया कि भाजपा की बाइक पर अन्य नेताओं की तो फोटो लगी है, लेकिन योगी आदित्यनाथ के गढ़ में ही उनकी फोटो बाइक पर नहीं दिख रही है। इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि ऊपर से कहीं चूक हुई है। अन्य नेताओं की तरह योगी आदित्यनाथ की भी फोटो इस पर होनी चाहिए थी। सुनील की बात की सच्चाई इस पोस्टर से भी पता चली है। शहर के पैडलेगंज पर लगे भाजपा के एक भव्य पोस्टर पर भी तमाम नेताओं के बीच में सांसद योगी आदित्यनाथ का चेहरा कहीं नजर नहीं आ रहा है। जबकि उनके समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार भी बता रहे हैं।
विवादों में आई थी बाइक
भाजपा की बाइक उस समय विवादों में आ गई थी, जब भाजपा की तरफ से यह बयान आया था कि इस बाइक के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। भाजपा के क्षेत्रीय प्रवक्ता डॉ. सत्येन्द्र सिन्हा ने भाजपा के बेनीगंज क्षेत्रीय कार्यालय के नाम पर रजिस्टर्ड 248 बाइकों से पल्ला झाड़ लिया था। हालांकि बाद में इसे प्रचार के लिए हरी झंडी देने के लिए 18 दिसंबर को केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र और योगी आदित्यनाथ को समारोह में शामिल होने की बात कही जा रही थी। लेकिन वह कार्यक्रम एक दिन पूर्व ही स्थगित कर दिया गया। अब ऐसा लग रहा है कि पचड़े में पडऩे से बचने के लिए भाजपा ने चोरी-छुपे मीडिया से नजर बचाकर कार्यकर्ताओं को बाइक दे दी है।
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