Edited By Ajay kumar,Updated: 11 Apr, 2019 04:46 PM
लोकसभा चुनाव के पहले ही चरण में ईवीएम मशीनों पर गड़बड़ी का आरोप लगा है। मामला यूपी के बिजनौर संसदीय क्षेत्र के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के गांव कसौली का है।
बिजनौर(हाशिम अहमद)-लोकसभा चुनाव के पहले ही चरण में ईवीएम मशीनों पर गड़बड़ी का आरोप लगा है। मामला यूपी के बिजनौर संसदीय क्षेत्र के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के गांव कसौली का है। जहां पर मतदाताओं ने हाथी का बटन दबाने पर फूल की पर्ची आने का आरोप लगाया है।
गठबंधन प्रत्याशी मलूक नागर ने भी मौके पर पहुंच कर आरोप लगाया है कि कक्ष संख्या 16 के बूथ नंबर 2 पर चौथा और पांचवां वोट हाथी को दबाने पर कमल को जा रहा है। कई बार तो लगातार हाथी का बटन दबाने पर कमल को वोट जाने का आरोप लगा है। ईवीएम को लेकर सवाल खड़ा हो जाने पर लोगों ने इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से भी की है।
गठबंधन प्रत्याशी मलूक नागर ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम और दलित क्षेत्रों में जानबूझकर ईवीएम मशीनों को खराब किया जा रहा है। जिससे भाजपा को फायदा पहुंचाया जा सके। गठबंधन समर्थकों ने चुनाव में गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से की है।
गड़बड़ी के लग रहे आरोपों पर वहां मौजूद अधिकारियों ने सफाई दी है। अधिकारी मामले को सिरे से नकारते हुए इसे आपसी गुटबाजी का बता रहे हैं।
निर्वाचन आयोग ने मामले को बताया निराधार
ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की मिल रही शिकायत का राज्य निर्वाचन आयोग ने खंडन किया है। आयोग ने मामले को निराधार बताया है।
गौरतलब है कि 2014 लोकसभा चुनाव के बाद विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि किसी भी पार्टी का बटन दबाने पर वोट बीजेपी को जा रहा है। इसी तरह का एक मामला मध्य प्रदेश में देखने को मिला। अधिकारियों के सामने इस तरह का मामला देखने को मिला। मध्य प्रदेश में ईवीएम हैकिंग के मामले से देशभर में इस पर कई तरह के सवाल खड़ा किए गए। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली प्रचंड़ जीत पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ईवीएम पर सवाल खड़ा किया और चुनाव आयोग को चि_ी लिखी। विपक्ष की इस मांग पर और ईवीएम की विश्वसनियता को बरकरार रखने के लिए चुनाव आयोग ने इस पर कड़ा संज्ञान लिया। चुनाव आयोग ने फैसला लिया कि इस बार का लोकसभा चुनाव वीवीपैट के कराया जाएगा। अब इसमें भी लोगों ने गड़बड़ी की शिकायत की है।