Edited By Ajay kumar,Updated: 21 Jan, 2020 02:19 PM
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) से देश भर में फैले भ्रम और आक्रोश के बीच केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मंच पर भारत माता की जय के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि मैं आज...
लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) से देश भर में फैले भ्रम और आक्रोश के बीच केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मंच पर भारत माता की जय के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि मैं आज डंके की चोट पर कहने आया हूं कि जिसको विरोध करना है करे, CAA वापस नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों पर वहां अत्याचार हुए, वहां उनके धार्मिक स्थल तोड़े जाते हैं। वो लोग वहां से भारत आए हैं। ऐसे शरणार्थियों को नागरिकता देने का ये बिल है। जब देश आजाद हुआ, कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत मां के दो टुकड़े हो गए। 16 जुलाई 1947 को कांग्रेस पार्टी ने प्रस्ताव पास करके धर्म के आधार पर विभाजन को स्वीकार किया।
सीएए के विरोध प्रयागराज,लखनऊ और कानपुर समेत कई अन्य जिलों में धरना प्रदर्शन जारी है। इस कानून को लेकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और वामपंथी दल विशेष तौर पर सरकार पर हमले कर रहे हैं। उधर, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सीएए को लेकर जन जागरूकता अभियान छेड़ दिया है। इससे पहले 18 जनवरी को वाराणसी में कबीना मंत्री स्मृति ईरानी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक जनसभा को सम्बोधित किया था जबकि योगी और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने 19 जनवरी को गोरखपुर में एक जनसभा को सम्बोधित किया। इस क्रम में 22 जनवरी को मेरठ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और कानपुर में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जनसभा करेंगे जबकि 23 जनवरी को ब्रज क्षेत्र की रैली आगरा में सम्पन्न होगी जिसको भाजपा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जेपी नड्डा संबोधित करेंगे।
गौरतलब है कि सीएए को लेकर पिछले दिनो हुयी हिंसा में 22 लोगों की जान गयी थी जबकि पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गये थे। सीएए के विरोध में प्रयागराज के मंसूरबाग,कानपुर के चमनगंज और लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं का धरना प्रदर्शन जारी है।