Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 21 Aug, 2019 02:57 PM
TED आज दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। टेड एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसका उपयोग कर लोग दुनिया को अपने संघर्षों से रूबरू कराते हैं, दुनिया भर के लोग इन संघर्षों की कहानी को सुनने के बाद खुद को और अपने आस-पास के समाज को बदलने की कोशिश करते...
गुड़गांवः TED आज दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। टेड एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसका उपयोग कर लोग दुनिया को अपने संघर्षों से रूबरू कराते हैं, दुनिया भर के लोग इन संघर्षों की कहानी को सुनने के बाद खुद को और अपने आस-पास के समाज को बदलने की कोशिश करते हैं। वैसे तो टेड का अपना एक अलग प्लेटफॉर्म है, लेकिन इसके साथ कई दूसरे प्लेटफॉर्म भी काम करते हैं। जैसे Ted X, Ted Prize, Ted Fellows शामिल हैं।
भारत में भी टेड अपने सह प्लेटफॉर्म के जरिए कई इवेंट करा चुका है। जहां देश की कई जानीमानी हस्तियां अपने संघर्षों को, अपनी बातों को दुनिया के सामने रख चुके हैं। गुड़गांव के अंसल यूनिवर्सिटी में भी 10 अगस्त को TED X के तत्वाधान में एक इवेंट का आयोजन हुआ। जिसमें 9 वक्ताओं ने अपनी बात रखी। उन्होंने अपने आईडिया को लोगों के सामने रखा। इस आयोजन में सामाजिक सुधार से लेकर वातावरण में बदलाव तक पर चिंता जाहिर की गई।
जिन 9 लोगों ने अपनी बात इस मंच पर साझा की उनमें अमीगो कंपनी के सीईओ और फाउंडर अभिषेक शर्मा, लंदन में स्पीच थेरेपिस्ट जैकी हॉरलैंड, गो-फिट कपंनी की फॉउंडर और सीईओ मल्लिका ढंग, सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील सौरभ कृपाल, अक्षमों के लिए काम करने वाली एनजीओ दिशा की एग्जीक्यूटिव डॉयरेक्टर रेनू सिंह, इंडसलैंड बैंक के डिप्टी जोनल हेड रोहित अनेजा, टैलेंट डेवलपमेंट के लिए काम करने वाली शालू मनन, लैंडबॉक्स कंपनी के को फाउंडर भुवन रस्तोगी, फ्यूचर फॉउंडेशन डिज़ाइन के अक्षय गोयल ने अपनी बातों को समाने रखा।
इस दौरान असंल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. राज सिंह ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। साथ ही TED X के जरिए यंग जनरेशन को अपने विचार और क्रियेटिव आइडिया शेयर करने पर कहा कि इससे समाज में एक नई विचारधारा जाएगी और लोग मुखर होंगे। TEDx Ansal University प्लेटफॉर्म पर लोगों ने अपने विचारों को, अपने जीवन के जड़ों को, अपने जीवन के शुरूआत को, समाज में लैंगिक भेदभाव को सही तरीके से रखा।
इस पूरे कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी इंवेट हेड दीपिका बजाज के पास थी, जिन्होंने हाल ही में इस यूनिवर्सिटी को ज्वाइन किया है। हरियाणा के एक छोटे से शहर बहादुरगढ़ से निकल कर अंसल यूनिवर्सिटी में अपनी जगह बनाने के बारे में दीपिका ने बताया के ये काफी मुश्किलों भरा सफर था। यहां ज्वाइन करने के बाद यूनिवर्सिटी ने उन्हे TEDx को संचालित कराने के जिम्मा दिया, जिसके लिए उन्होने पूरे 1 साल तक अपनी टीम के साथ जी तोड़ मेहनत की और इसे सफल कर दिखाया।