Edited By ,Updated: 29 Sep, 2016 10:05 AM
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उच्चतम न्यायालय का हवाला देते हुए इटावा स्थित चौधरी चरण सिंह डिग्री कालेज को सरकारी नियंत्रण मे लेने की वकालत की है।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उच्चतम न्यायालय का हवाला देते हुए इटावा स्थित चौधरी चरण सिंह डिग्री कालेज को सरकारी नियंत्रण मे लेने की वकालत की है। मायावती ने यहां जारी एक बयान मे कहा कि इटावा स्थित चौधरी चरण सिंह डिग्री कालेज को समाजवादी पार्टी (सपा) परिवार के लोगों ने अपनी जागीर की तरह से इस्तेमाल किया है।
उच्चतम न्यायालय के समक्ष यह बात भी सामने आई है कि डिग्री कालेज को सपा परिवार के कुछ लोग एक ट्रस्ट के तौर पर चला रहे है। वर्ष 2003 मे सपा सरकार ने ‘आकस्मिक निधि’ से कालेज को 100 करोड़ रुपया दे दिया था। कालेज को अन्य प्रकार की भी सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाती रही है।
उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में अदालत द्वारा नियुक्ति जांच अधिकारी का भी कहना है कि उस डिग्री कालेज मे सरकारी धन के जबरदस्त इस्तेमाल होने के कारण उस शिक्षण संस्थान को सरकारी नियंत्रण मे ले लेना चाहिए। अदालत ने इस सम्बन्ध में सपा सरकार को पांच सप्ताह के भीतर फैसला लेने को कहा है।
मामले की सुनवाई के लिये अगली तिथि सात नवम्बर तय की है। बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश मे खासकर मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल मे भी सरकारी धन को रेवड़ी की तरह अपने चहेते लोगों में बांटा जाता रहा है। इसी क्रम मे मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष के करोड़ों रूपयों का भी बड़े पैमाने पर गलत इस्तेमाल किया जाता रहा है।
नियमो को ताक पर रखते हुये सरकारी धन के उपयोग से सम्बंधित प्रमाण पत्र लेने की भी घोर अनदेखी की जाती रही है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार द्वारा सरकार की आकस्मिक निधि के पक्षपातपूर्ण और गलत इस्तेमाल का ऐसा गंभीर मामला न्यायालय के सामने साबित हुआ है जहां सपा परिवार का बच पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव लगता है।