Edited By ,Updated: 09 Mar, 2016 11:40 AM
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आज़म खान ने एक बार फिर से गवर्नर हाउस के खिलाफ अपने गुस्से को जाहिर किया। मेयरों को हटाने वाले बिल को रोक कर रखने से नाराज आज़म ने कहा कि...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आज़म खान ने एक बार फिर से गवर्नर हाउस के खिलाफ अपने गुस्से को जाहिर किया। मेयरों को हटाने वाले बिल को रोक कर रखने से नाराज आज़म ने कहा कि इस बात का निर्णय लिया जाना चाहिए कि गवर्नर हाउस कितने समय के लिए किसी के बिल को रोक सकता है। बेईमान मेयरों को शरण देना गलत है।
जानकारी के अनुसार आज़म खान ने कहा कि गवर्नर हाउस बिल रोककर नगर निगमों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है। डेढ़ साल कर बिल को रोका गया इसका क्या कारण है। पालिका परिषद और नगर पंचायत अध्यक्षों के भ्रष्ट और अपराधिक व्यवहार पर कार्रवाई की जाती है, तो नगर निगम के मेयरों को मनमानी की छूट क्यों दी जाए।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा के सुरेश खन्ना ने इस बात पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसा करना सदन की परम्परा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि सदन में गवर्नर हाउस पर किसी भी तरह का कमेंट नहीं किया जाना चाहिए।