Edited By ,Updated: 01 Aug, 2016 02:27 PM
उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के हाईवे के करीब एक महिला और उसकी बेटी के साथ कथित तौर पर किए गए गैंगरेप मामले में रविवार को 14 लोगों को हिरासत में लिया गया था जबकि मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए 15 टीमों को भेजा गया है जिसकी पहचान हो गई है।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के हाईवे के करीब एक महिला और उसकी बेटी के साथ कथित तौर पर किए गए गैंगरेप मामले में रविवार को 14 लोगों को हिरासत में लिया गया था जबकि मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए 15 टीमों को भेजा गया है जिसकी पहचान हो गई है। मामले को गंभाीरता से लेते हुए यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कापी सख्त हो गए हैं। मामले में कई पुलिस अफसरों पर रविवार को कार्रवाई हुई। एसएसपी, एसपी (सिटी), सीओ और दो इंस्पैक्टरों को इस मामले में सस्पेंड कर दिया गया है।
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इससे पहले पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने एक प्रैस कॉन्फ्रेंस में जानकारी साझा करते हुए कहा कि बावरिया गिरोह से संबंध रखने वाले तीन आरोपियों की पहचान पीड़ितों द्वारा की जा चुकी है, इनमें से एक आरोपी फरीदाबाद, एक बुलंदशहर और एक बठिंडा का रहने वाला है। उन्होंने कहा, सभी दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत मुकद्दमा दर्ज किया जाएगा। उधर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस वारदात को बेहद गम्भीरता से लेते हुए पुलिस को अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए 24 घंटे की मोहलत दी है।
जावीद अहमद को मामले का तत्काल खुलासा करके दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने तथा मामले से संबंधित थानाध्यक्षों और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्ऱवाई करने के भी सख्त निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार की रात नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे परिवार को दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोककर 5 आदमियों के समूह ने पहले लूटपाट की और फिर मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने कार में बैठी महिलाओं और पुरुषों को हाईवे से कुछ दूर खेत में ले जाकर बंधक बना लिया। इसके बाद इन लोगों ने नकदी समेत जेवर लूट लिए और बाद में मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार को भी अंजाम दिया।