Edited By prachi,Updated: 16 Oct, 2018 04:06 PM
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए दो आईएएस अधिकारियों को दंडित किया है। इनमें से एक अधिकारी बिना स्वीकृति के दो साल तक गायब रहे तो दूसरे अधिकारी पर अपने पद का दुरूपयोग करते हुए एक परिवार को फायदा पहुंचाने का आरोप है....
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए दो आईएएस अधिकारियों को दंडित किया है। इनमें से एक अधिकारी बिना स्वीकृति के दो साल तक गायब रहे तो दूसरे अधिकारी पर अपने पद का दुरूपयोग करते हुए एक परिवार को फायदा पहुंचाने का आरोप है।
जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी सिंहभूम के डीसी और 2008 बैच के आईएएस अधिकारी अरवा राजकमल 7 अगस्त 2013 से 21 अप्रैल 2015 तक गायब रहे थे। वे 14 दिन का अवकाश देकर बिना सरकारी अनुमति के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने चले गए थे। सरकार ने उन्हें 27 मई 2014 को निलंबित कर दिया था।
इसके बाद 27 मई 2015 को जब वह वापस लौटे तो उनके निलंबन को रद्द किया गया। इसके साथ ही अवकाश को असाधारण मानते हुए आईएएस अधिकारी को वेतन ना देने का फैसला लिया गया।
इसके अतिरिक्त एक अन्य मामले में सरकार ने 2009 बैच के आईएएस अधिकारी उमाशंकर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। उमाशंकर पर आरोप है कि देवघर एसडीओ के पद रहते हुए उन्होंने एक परिवार तीन लोगों को सरकारी दुकानें आवंटित की थी। इस कार्रवाई को रघुवर सरकार की बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। इसके चलते दोनों आईएएस अधिकारियों पर गाज गिरी है।