Edited By Deepika Rajput,Updated: 18 Jan, 2019 02:47 PM
झारखंड सरकार (Government of Jharkhand) में शिक्षा मंत्री नीरा यादव (Education Minister Neera Yadav) के साथ गुरुवार (Thursday) को पारा शिक्षकों (Mercury teachers) के साथ तीसरी बार हुई वार्ता सफल रही। इसमें जहां पारा शिक्षकों के मानदेय बढ़ाने पर सहमति...
रांची: झारखंड सरकार (Government of Jharkhand) में शिक्षा मंत्री नीरा यादव (Education Minister Neera Yadav) के साथ गुरुवार (Thursday) को पारा शिक्षकों (Mercury teachers) के साथ तीसरी बार हुई वार्ता सफल रही। इसमें जहां पारा शिक्षकों के मानदेय बढ़ाने पर सहमति बनी, वहीं स्थायीकरण तथा वेतनमान पर तीन माह के भीतर नियमावली बनाने की बात कही गई। वार्ता में बनी सहमति को लेकर देर रात लिखित समझौता पत्र मिलने के बाद पारा शिक्षकों ने तकरीबन दो माह से अधिक समय से चल रही हड़ताल खत्म कर दी।
पारा शिक्षकों का 48 प्रतिशत (48 percent) तक मानदेय बढ़ा है। शिक्षा मंत्री से वार्ता के दौरान पारा शिक्षक स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर भी अड़े थे। विभागीय मंत्री की अध्यक्षता में गठित की गई उच्चस्तरीय कमेटी में पारा शिक्षकों की मांगों पर विचार किया जाएगा। मंत्री के साथ होने वाली बैठकों में पारा शिक्षकों को भी सुना जाएगा। यह कमेटी ही स्थायीकरण तथा टेट पास पारा शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर नियमावली बनाएगी।
शिक्षा मंत्री और पारा शिक्षकों की वार्ता में यह सहमति भी बनी कि टेट पास पारा शिक्षकों को प्राथमिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए विशेष काउंसिलिंग आयोजित की जाएगी। 2016 में नियुक्ति के बाद काउंसिलिंग बंद कर दी गई थी।
पारा शिक्षकों के लिए कल्याण कोष भी गठित होगा। इस दौरान आकस्मिक निधन पर ढाई लाख रुपये आश्रितों को मिलेंगे। 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आंदोलन के क्रम में पारा शिक्षकों के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने पर विधि विभाग से परामर्श लिया जाएगा।