Edited By Deepika Rajput,Updated: 18 Jan, 2019 05:34 PM
राजधानी रांची में शुक्रवार (Friday) को पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नेताओं ने मुख्यमंत्री रघुवर दास (Chief Minister Raghubar Das) से मुलाकात की। सचिवालय में हुई इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने पारा शिक्षकों को भरोसा दिया कि सरकार उनकी मांगों पर...
रांची: राजधानी रांची में शुक्रवार (Friday) को पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नेताओं ने मुख्यमंत्री रघुवर दास (Chief Minister Raghubar Das) से मुलाकात की। सचिवालय में हुई इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने पारा शिक्षकों को भरोसा दिया कि सरकार उनकी मांगों पर सकारात्मक है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पारा शिक्षकों से कहा कि सरकारी स्कूलों में गरीब के बच्चे पढ़ते हैं और उनका लक्ष्य है कि वे भी डॉक्टर और इंजीनियर (Doctor and engineer) बने। इसके लिए उन्हें क्वालिटी शिक्षा देना जरूरी है। पारा शिक्षकों का इसमें अहम रोल है।
सीएम रघुवर ने कहा कि पारा शिक्षकों के हितों को सुरक्षित करने के लिए नियमावली बनाई जा रही है। नियमावली बनने से उन्हें बार-बार अपनी मांगों के लिए आंदोलन नहीं करना होगा। पारा शिक्षकों के लिए कल्याण कोष (Welfare fund) का गठन किया गया है। इससे उन्हें लाभ होगा। किसी भी समस्या के सही समाधान के लिए प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है। सरकार प्रक्रिया के तहत कार्य कर रही है, ताकि जो निर्णय हो, उससे सभी को लाभ मिले और अदालत में निर्णय टिके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) हो या उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) किसी की भी नियमावली के अनुरूप कार्य करने को तैयार है, लेकिन इससे पारा शिक्षकों को लाभ नहीं होगा। पारा शिक्षकों ने कहा कि उन्हें दूसरे प्रदेश की नियमावली पर नहीं जाना है। झारखंड की अपनी नियमावली बन रही है, वह उन्हें मंजूर होगी। स्थापना दिवस के दिन विरोध प्रदर्शन पर पारा शिक्षकों ने अफसोस जताया।
बैठक में पारा शिक्षकों ने सरकार के सकारात्मक रुख पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। बैठक में पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नेता संजय दुबे, बजरंग प्रसाद, ऋषिकेश पाठक, सिंटू सिंह, नारायण महतो (Sanjay Dubey, Bajrang Prasad, Rishikesh Pathak, Sintu Singh, Narayana Mahato) समेत अन्य पारा शिक्षक उपस्थित थे।