Edited By prachi,Updated: 11 Feb, 2019 05:08 PM
झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स (RIMS) की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है। रांची (Ranchi) के रिम्स का ब्लड बैंक (Blood bank) बिना लाइसेंस (License) के चलता है। ब्लड बैंक के लिए लाइसेंस ही नहीं लिया गया है। 27 मार्च 2016 (27 March 2016) को ब्लड बैंक...
रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स (RIMS) की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है। रांची (Ranchi) के रिम्स का ब्लड बैंक (Blood bank) बिना लाइसेंस (License) के चलता है। ब्लड बैंक के लिए लाइसेंस ही नहीं लिया गया है। 27 मार्च 2016 (27 March 2016) को ब्लड बैंक का लाइसेंस खत्म हो गया था। रिम्स प्रबंधन ने 16 फरवरी 2016 (16 February 2016) को लाइसेंस रिन्यू (License renewal) के लिए अप्लाई किया था लेकिन जब लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ था तो रिम्स प्रशासन (RIMS Administration) एनओसी (NOC) लेकर ब्लड बैंक को चलाना शुरू कर दिया।
पिछले तीन सालों में कई बार ब्लड बैंक का निरीक्षण किया गया, कई कमियां भी उजागर हुईं, लेकिन लाइसेंस को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.विवेक कश्यप (Medical Superintendent Dr. Vivek Kashyap) ने खुद मीडिया से बातचीत में इस बात को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि लाइसेंस के लिए अप्लाई कर दिया गया है लेकिन ब्लड बैंक फिलहाल इसी स्थिति में चल रहा है।
अभी तक रिम्स में ब्लड बैंक एनओसी के भरोसे चल रहा है। डॉ. विवेक कश्यप ने कहा है कि लाइसेंस नहीं होने से मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो रही है। साथ ही रिम्स प्रबंधन (RIMS management) ने कहा कि मरीजों पर इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। हमारा स्टाफ पूरी तरह से काबिल है। निरीक्षण के दौरान कुछ ना कुछ कमियां निकल जाती है जिसके बाद लाइसेंस नहीं मिल पाता है।