Edited By Ajay kumar,Updated: 23 Oct, 2019 12:03 PM
झारखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को एक बहुत करारा झटका लगा है। पूर्व आईएएस सुचित्रा सिन्हा व आरपी सिन्हा और पूर्व आईपीएस सहित 6 विधायक सीएम रघुवर दास के समक्ष बुधवार काे भाजपा में शामिल हुए। सीएम ने सभी का...
रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को एक बहुत करारा झटका लगा है। पूर्व आईएएस सुचित्रा सिन्हा व आरपी सिन्हा और पूर्व आईपीएस सहित 6 विधायक सीएम रघुवर दास के समक्ष बुधवार काे भाजपा में शामिल हुए। सीएम ने सभी का बीजेपी में स्वागत किया।
जानकारी के अनुसार, भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में विधायको के भाजपा में शामिल होने की बात पर मोहर लग गई है। इस समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास भी शामिल रहे। भगवा रंग में रंगने के लिए अफसरों और विधायकों के अलावा आजसू नेता रहे ललित ओझा ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। विपक्षी दलों के 6 विधायक, कुणाल सारंगी (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जेपी भाई पटेल (JMM), चमरा लिंडा (JMM), सुखदेव भगत (कांग्रेस), मनोज यादव (कांग्रेस) और भानु प्रताप शाही यह 6 विधायक जिन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की।
बता दें कि कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत के भाजपा में शामिल होंने की सूचना मिलने के बाद उनके आवास पर मुलाकात करने कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंघार और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा समेत कई नेता मंगलवार काे लाेहरदगा पहुंचे। झामुमो विधायक कुणाल षाडंगी के भाजपा में शामिल होंने से झामुमो को बहुत बड़ा झटका लगा है। कुणाल का बैकग्राउंड शुरू से ही भाजपा का रहा है। 2005 में उनके पिता दिनेश कुमार षाडंगी बहरागाेड़ा सीट से भाजपा विधायक रह चुके हैं।
वहीं मांडू के विधायक जयप्रकाश पटेल काे लाेकसभा चुनाव के दाैरान झामुमाे ने पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद उन्हाेंने कहा था-झामुमाे अब पार्टी नहीं, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई है। इसके बाद उन्हाेंने लाेकसभा चुनाव में भाजपा के लिए खुलकर काम किया।