Edited By Deepika Rajput,Updated: 14 Jan, 2019 06:57 PM
झारखंड की राज्यपाल (Governor) और कुलाधिपति (Chancellor) द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने कहा कि राज्य के कॉलेजों में शिक्षकों की काफी कमी है। जिस तरह से जनसंख्या में वृद्धि हुई है। उसको देखते हुए पूर्व में शिक्षकों के स्वीकृत पद छात्रों के अनुपात...
देवघर: झारखंड की राज्यपाल (Governor) और कुलाधिपति (Chancellor) द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने कहा कि राज्य के कॉलेजों में शिक्षकों की काफी कमी है। जिस तरह से जनसंख्या में वृद्धि हुई है। उसको देखते हुए पूर्व में शिक्षकों के स्वीकृत पद छात्रों के अनुपात के हिसाब से बहुत कम हैं। मगर इस दिशा में काम किया जा रहा है।
देवघर महाविद्यालय (Deoghar College) में आयोजित युवा महोत्सव के समापन समारोह में सोमवार (Monday) को उन्होंने कहा कि शिक्षक नियुक्ति को लेकर पिछले 34 वर्ष से रोस्टर क्लियरेंस नहीं हुआ था। इसे क्लियर कर जेपीएससी (JPSC) को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अड़ंगा लगा रहे हैं, जिससे देरी हो रही है। मगर तब तक घंटी पर आधारित शिक्षकों की बहाली का निर्देश दिया गया है। जल्द ही स्थायी शिक्षक भी बहाल कर दिए जाएंगे। छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हर प्रखंड में डिग्री कॉलेज तथा महिला कॉलेज बढ़ाने का काम किया जा रहा है।
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में दुनिया असहिष्णुता (Intolerance) के दौर से गुजर रही है।मगर झारखंड के बच्चे बड़े ही सरल व अच्छे हैं। उनमें प्रतिभा की कमी नहीं है, जरूरत है इनकी प्रतिभा को निखारने की। साथ ही कहा कि एक अच्छे शिक्षण संस्थान के लिए सुसज्जित प्रयोगशाला व पुस्तकालय के साथ आधारभूत संरचना होना बहुत जरूरी है। ऐसे में शिक्षण संस्थानों को बेहतर बनाना स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी कर्तव्य बनता है।