Edited By prachi,Updated: 11 Oct, 2018 06:39 PM
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भगवान बिरसा मुंडा कारागार के जीर्णोद्धार एवं संग्रहालय शिलान्यास समारोह में भाग लिया। उन्होंने कहा कि इस परिसर में भगवान बिरसा मुंडा के साथ अन्य वीर सपूतों की प्रतिमाएं लगाई जाएंगी....
रांचीः मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भगवान बिरसा मुंडा कारागार के जीर्णोद्धार एवं संग्रहालय शिलान्यास समारोह में भाग लिया। उन्होंने कहा कि इस परिसर में भगवान बिरसा मुंडा के साथ अन्य वीर सपूतों की प्रतिमाएं लगाई जाएंगी। देश को गुलामी की जंजीरों से निकालने में उनका योगदान अतुलनीय है, इसीलिए हमने उनकी जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल किया।
सीएम ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा झारखण्ड के लिए ही नहीं सभी भारतवासियों के लिए पूज्य हैं, लेकिन दुखद बात यह है कि जिस पार्टी ने 60 साल तक शासन किया, उन्होंने सिर्फ यह बताया कि आजादी का ठेका एक ही परिवार ने लिया है। देश में हजारों ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हैं जिनके इतिहास को भुलाने का काम किया गया।
जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी, तब देश में हजारों स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को स्मरण करने की शुरुआत हुई। अब जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने आजादी के बाद पहली बार लाल किले से भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया, उनकी वीरगाथा को दुनिया को बताने का काम किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में यहां ऐसा संग्रहालय बनाना है जहां भगवान बिरसा मुंडा को जानने के लिए दुनिया भर से लोग आएं। उन्होंने कहा कि जाति-सम्प्रदाय के नाम पर समाज को तोड़ा जा रहा है। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरुरत है। यहां कुछ लोग अब भी अंग्रेजी मानसिकता के हैं। उन्हें बताना है कि यह भगवान बिरसा मुंडा और तिलका मांझी की धरती है इसलिए हमें अपनी संस्कृति, परम्परा को अक्षुण्ण रखना है, ताकि उस पर कोई आंच न आए।