Edited By Jagdev Singh,Updated: 16 Sep, 2019 11:15 AM
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों में सीटों को बंटवारा होना शुरू हो गया है। इसी क्रम में विधानसभा चुनाव से पहले जो राजनीतिक परिदृष्य बनता नजर आ रहा है। उसमें नवंबर-दिसंबर में होने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड की 81 सीटों में...
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों में सीटों को बंटवारा होना शुरू हो गया है। इसी क्रम में विधानसभा चुनाव से पहले जो राजनीतिक परिदृष्य बनता नजर आ रहा है। उसमें नवंबर-दिसंबर में होने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड की 81 सीटों में से बीजेपी- आजसू को 63, विपक्ष को सिर्फ 18 सीटें मिलती दिख रही हैं।
यह संकेत बीते लोकसभा चुनाव 2019 में झारखंड की 14 सीटों में से बीजेपी-आजसू गठबंधन के खाते में गई 12 सीटों के विधानसभावार आकलन से निकलकर आता दिख रहा है। इन चुनावों में विपक्षी महागठबंधन के खाते में सिर्फ 2 सीटें गई थीं। लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों पर गौर करें तो इस बार झारखंड विधानसभा में सत्तारुढ़ बीजेपी मजबूत स्थिति में दिख रही है, जबकि विपक्षी महागठबंधन का पलड़ा हल्का ही रहेगा।
इसी दौरान लोकसभा चुनाव 2019 की बात करें तो बीजेपी को 50.96, कांग्रेस को 15.63, झामुमो को 11.51, झाविमो को 5.02 और आजसू को 4.33 प्रतिशत वोट मिले। भले ही विपक्ष को करारी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन वोट शेयर के लिहाज से देखें तो ये परिणाम कांग्रेस और झामुमो के लिए उत्साहित करने वाले रहे। बीजेपी का वोट शेयर 2014 के लोकसभा चुनावों में 40.71 प्रतिशत था, जो 2019 में बढ़कर 50.96 प्रतिशत तक पहुंच गया। वहीं कांग्रेस को 2014 के लोकसभा चुनावों में 13.48 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि इस चुनाव में उसे 15.63 प्रतिशत वोट मिले। झामुमो का वोट शेयर भी 2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 9.42 प्रतिशत से बढ़कर इस बार 11.51 प्रतिशत हो गया।
आम ताैर पर चुनावों में सर्वे के लिए बीते चुनावों के आंकड़े और सरकार के कामकाज पर जनता से राय ली जाती है, लेकिन तमाम फॉमूर्ले कभी हिट नहीं होते। चुनावी जानकारों की मानें तो लोकसभा चुनाव का ट्रेंड भले ही बीजेपी को बढ़त दिखा रहा हो, लेकिन इन चुनावों में जिस तरह से विपक्षी दलों का वोट प्रतिशत बढ़ा है, वह सत्ता पक्ष की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। लोकसभा चुनावों में एनडीए गठबंधन ने 14 में से 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इन नतीजों को 81 विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से देखें तो 57 बीजेपी और 6 सीटें उसकी सहयोगी पार्टी आजसू के खाते में जाती दिख रही हैं।