Edited By Nitika,Updated: 11 Dec, 2019 12:37 PM
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर 5 चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं। चौथे चरण के तहत 16 दिसंबर को 15 सीटों पर मतदान करवाए जाएंगे। वह 15 सीटें मधुपुर, देवघर, बगोदर, जमुआ, गांडेय, गिरिडीह, डुमरी, बोकारो, चंदनकियारी, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, टुंडी,...
रांचीः झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर 5 चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं। चौथे चरण के तहत 16 दिसंबर को 15 सीटों पर मतदान करवाए जाएंगे। वह 15 सीटें मधुपुर, देवघर, बगोदर, जमुआ, गांडेय, गिरिडीह, डुमरी, बोकारो, चंदनकियारी, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, टुंडी, बाघमारा हैं। इस खबर में हम आपको बोकारो विधानसभा सीट के बारे में बताने जा रहे हैं।
बोकारो विधानसभा सीट झारखंड की 81 सीट में से एक अहम सीट है। बोकारो विधानसभा सीट, धनबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल है। 2005 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मोहम्मद इजराइल अंसारी ने जीत हासिल की थी। वहीं 2009 के चुनाव में यहां से झारखंड विकास मोर्चा के समरेश सिंह विधायक चुने गए तो 2014 के चुनाव में यहां से बीजेपी के बिरंची नारायण विधायक चुने गए। स्टील सिटी के नाम से मशहूर झारखंड का यह सबसे बड़ा इंड्रस्टियल सिटी माना जाता है। 2019 में बोकारो से एक बार फिर बिरंची नारायण पर ही दांव खेला है। बिरंची नारायण के सामने इस बार सीट बचाने की कठिन चुनौती है।
अगर बोकारो विधानसभा सीट पर वोटरों की कुल संख्या पर नजर डालें तो 2019 के आंकड़े के मुताबिक यहां वोटरों की कुल आबादी 5 लाख 14 हजार 405 है। इनमें से पुरूष मतदाताओं की संख्या 2 लाख 79 हजार 274 है तो महिला मतदाताओं की संख्या 2 लाख 35 हजार 131 है।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर
2014 के विधानसभा चुनाव में बोकारो सीट से बीजेपी कैंडिडेट बिरंची नारायण ने जीत हासिल की थी। बीजेपी कैंडिडेट बिरंची नारायण ने 1 लाख 14 हजार 321 वोट हासिल किया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट समरेश सिंह ने 41 हजार 678 वोट हासिल किया था। इस तरह से बीजेपी कैंडिडेट बिरंची नारायण ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी निर्दलीय कैंडिडेट समरेश सिंह को 72 हजार 643 वोटों से मात दे दी थी। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट मंजूर अंसारी, 28 हजार 295 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।
एक नजर 2009 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में बोकारो सीट से जेवीएम कैंडिडेट समरेश सिंह ने जीत हासिल की थी। जेवीएम कैंडिडेट समरेश सिंह ने 53 हजार 757 वोट हासिल किया था। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट ईजरायल अंसारी ने 37 हजार 452 वोट हासिल किया था। इस तरह से जेवीएम कैंडिडेट समरेश सिंह ने कांग्रेस कैंडिडेट ईजरायल अंसारी को 16 हजार 305 वोटों से मात दे दी थी। वहीं जेडीयू कैंडिडेट शैलेंद्र महतो, 34 हजार 759 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।
एक नजर 2005 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में बोकारो सीट से कांग्रेस कैंडिडेट ईजरायल अंसारी ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस कैंडिडेट ईजरायल अंसारी को 44 हजार 939 वोट हासिल किया था। वहीं जेडीयू कैंडिडेट अशोक चौधरी को 39 हजार 898 वोट ही मिल पाया। इस तरह से कांग्रेस कैंडिडेट ईजरायल अंसारी ने जेडीयू कैंडिडेट अशोक चौधरी को पांच हजार 41 वोट की मार्जिन से मात दे दी थी। वहीं जेवीसी कैंडिडेट समरेश सिंह ने 35 हजार 644 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
2019 में एक बार फिर बोकारो से बिरंची नारायण को ही चुनावी मैदान में उतारा। वहीं कांग्रेस ने समरेश सिंह की बहू श्वेता सिंह को टिकट दिया है तो झारखंड विकास मोर्चा ने प्रकाश सिंह को टिकट दिया है। 2014 के विधानसभा चुनाव में बिरंची नारायण ने बड़ी मार्जिन से विरोधियों को मात दी थी। अगर 2014 के जन समर्थन को बिरंची नारायण बरकरार रखने में कामयाब रह गए तो विरोधियों को लोहे के चने चबाने होंगे।