Edited By Jagdev Singh,Updated: 20 Jun, 2019 01:47 PM
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्राेम (चमकी बुखार) से बच्चाें की माैत हाे रही है। वहीं झारखंड में जापानी इंसेफ्लाइटिस ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। राज्य में जापानी इंसेफ्लाइटिस के 11 मरीज मिले हैं। इनमें से दाे मरीज रांची के...
रांची: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्राेम (चमकी बुखार) से बच्चाें की माैत हाे रही है। वहीं झारखंड में जापानी इंसेफ्लाइटिस ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। राज्य में जापानी इंसेफ्लाइटिस के 11 मरीज मिले हैं। इनमें से दाे मरीज रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती हैं। इसे देखते हुए राज्य में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है।
स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने सभी सिविल सर्जनाें, रिम्स निदेशक, पीएचसीएच धनबाद व एमजीएम जमशेदपुर के अफसराें काे निर्देश जारी किया है। उन्होंने बताया कि जनवरी से अब तक 305 संदिग्ध मरीजाें की जांच की गई है। इनमें से 11 मरीज जापानी इंसेफ्लाइटिस के मिले हैं। ऐसे संदिग्ध मरीजाें की जांच और इलाज की समुचित व्यवस्था करें। सभी जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी के डाॅक्टर ऐसे मरीजाें का सैंपल जांच के लिए रिम्स, एमजीएम या पीएमसीएच भेज सकते हैं।
इस दौरान रिम्स के शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डाॅ. एके चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह बिहार के चमकी बुखार से अलग है। जहां चमकी बुखार टिपिकल एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्राेम है, जबकि झारखंड में नाॅर्मल वायरल जापानी इंसेफ्लाइटिस के केस हैं, जाे ठीक हाेते हैं।