Edited By Ramanjot,Updated: 05 Jun, 2020 06:21 PM
बिहार के पुलिस मुख्यालय ने प्रवासियों के आने से अपराध बढ़ने की आशंका जताई थी। वहीं अब इस मुद्दे पर राज्य की सियासत गरमा गई है। प्रवासी मजदूरों को लेकर पुलिस मुख्यालय के पत्र से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भड़क गए। इतना ही नहीं, इससे नाराज तेजस्वी ने...
पटनाः बिहार के पुलिस मुख्यालय ने प्रवासियों के आने से अपराध बढ़ने की आशंका जताई थी। वहीं अब इस मुद्दे पर राज्य की सियासत गरमा गई है। प्रवासी मजदूरों को लेकर पुलिस मुख्यालय के पत्र से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भड़क गए। इतना ही नहीं, इससे नाराज तेजस्वी ने पुलिस मुख्यालय के पत्र को ही फाड़कर फेंक दिया।
नीतीश कुमार लोगों से खुद मांगे माफी
तेजस्वी यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार के लोगों को शर्मसार कर दिया है। सरकार अपने ही लोगों को अपराधी बोल रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के मांफी मांगे बिना गरीबों-मजदूरों का दर्द कम होने वाला नहीं है। वहीं बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी दूसरे पत्र को लेकर तेजस्वी ने कहा कि बिहार पुलिस ने जिन मजदूरों को प्रताड़ित किया है, उनके दर्द पर ये भूल वाला पत्र मरहम नहीं लगा सकता। उन्होंने कहा कि माफी मांगना है तो नीतीश कुमार खुद आकर माफी मांगें।
पुलिस मुख्यालय ने जताई थी अपराध बढ़ने की आशंका
बता दें कि प्रवासी मजदूरों को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय ने पत्र जारी किया था। पत्र में कहा गया था कि बाहर से आए प्रवासी मजदूर विधि व्यवस्था के लिए संकट खड़ा कर सकते हैं। उनके आने से राज्य में अपराध बढ़ने की आशंका है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय ने सभी डीएम और एसपी को पत्र लिखकर एहतियात बरतने का निर्देश दिया था।
बैकफुट पर आया पुलिस मुख्यालय
वहीं मीडिया में खबर आने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय बैकफुट पर आ गई। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने 4 जून को दूसरा पत्र जारी कर कहा कि भूलवश वह आदेश जारी हो गया था जिसे रद्द कर दिया गया है। ये पत्र एडीजी लॉ एंड आर्डर अमित कुमार की तरफ से पत्र जारी किया गया है।