Edited By Deepika Rajput,Updated: 18 Jan, 2019 09:34 AM
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जात-पात के नाम पर गरीबों को धोखा देकर सत्ता में आने पर घोटाले करने और बेनामी सम्पत्ति बनाने वाली पार्टी जो कभी लाठी में तेल पिलाने की बात करती थी। चरवाहा विद्यालय खोलवाती थी और सूचना तकनीक को...
पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जात-पात के नाम पर गरीबों को धोखा देकर सत्ता में आने पर घोटाले करने और बेनामी सम्पत्ति बनाने वाली पार्टी जो कभी लाठी में तेल पिलाने की बात करती थी। चरवाहा विद्यालय खोलवाती थी और सूचना तकनीक को आईटी-वाईटी बताकर मजाक उड़ाती थी। उसके वारिस आज जब सोशल मीडिया पर चौपाल लगाकर अपने दल को कलम और लैपटॉप वाली पार्टी बता रहे हैं, तब उनपर कौन भरोसा करेगा।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ऊंची जाति के लोगों से द्वेष रखने और भूराबाल साफ करने जैसे अमर्यादित बयान देने वाले लालू प्रसाद के निर्देश पर राजद के सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में आर्थिक आधार पर सवर्णों को रिजर्वेशन देने वाले बिल का विरोध किया। पार्टी के सांसद - प्रवक्ता ने तथ्य, एसएमएस के आधार पर दावा किया है कि रिजर्वेशन का विरोध करने में न कोई गलती हुई, न यह फैसला हड़बड़ी में हुआ। अब रघुवंश प्रसाद सिंह, जगदानंद और शिवानंद तिवारी जैसे नेता बताएं वे किस मुंह से ऊंची जातियों का वोट मांगने जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जिनके माता-पिता के राज में बिहार सरकार के पास कर्मचारियों को वेतन देने के पैसे नहीं होते थे और बिक्री कर के संग्रह से मात्र 2000 करोड़ रुपये प्राप्त होते थे, वे एनडीए सरकार पर खजाना खाली होने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि आज केवल बिक्री कर से सरकार को 24 हजार 400 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होता है और 6 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को वेतनमान मिल रहा है।