Edited By prachi,Updated: 12 Dec, 2019 11:53 AM
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जदयू दो फाड़ होती नजर आ रही है। जहां एक तरफ पार्टी इस बिल का समर्थन कर रही है। वहीं दूसरी तरफ पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार मुख्यमंत्री नीतीश का विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रशांत किशोर ने एक बार...
पटनाः नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जदयू दो फाड़ होती नजर आ रही है। जहां एक तरफ पार्टी इस बिल का समर्थन कर रही है। वहीं दूसरी तरफ पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार मुख्यमंत्री नीतीश का विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रशांत किशोर ने एक बार फिर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लिखा कि हमें बताया गया है कि नागरिकता संशोधन विधेयक किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को नागरिकता देने के लिए है, लेकिन सच्चाई यह है कि NRC और यह सरकार के हाथ में एक ऐसा घातक जोड़ हो सकता है जिसके जरिए धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव और उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जा सकता है।
बता दें कि इससे पहले भी प्रशांत किशोर ने जदयू के सटैंड को लेकर सीएम नीतीश पर हमला बोला है। बुधवार को प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर तंज कसते कहा कि नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने ले पहले जदयू नेतृत्व को उन लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए जिन्होंने 2015 में उनपर भरोसा और विश्वास जताया था। हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि 2015 की जीत के लिए पार्टी और इसके प्रबंधकों के पास जीत के बहुत रास्ते नहीं बचे थे।