Edited By prachi,Updated: 04 Feb, 2020 06:28 PM
जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने सीएए, एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) को संविधान के मूल ढांचे को तहस-नहस करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि इनके जरिए देश में संविधान का राज खत्म करने की साजिश रची जा रही है।
दरभंगाः जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने सीएए, एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) को संविधान के मूल ढांचे को तहस-नहस करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि इनके जरिए देश में संविधान का राज खत्म करने की साजिश रची जा रही है।
कन्हैया ने ‘जन गण मन यात्रा' के क्रम में ऐतिहासिक राज मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर संविधान के मूल ढांचे को तहस-नहस करने वाला है। इसे रोकना होगा नहीं तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान निर्माता बी.आर.अम्बेडकर के सपनों का देश तबाह हो जाएगा। उन्होंने कहा कि शांति और अहिंसा के रास्ते वर्तमान तानाशाही से लड़ना है, जैसे गांधीजी ने अंग्रेजों से लड़ा था।
भाकपा नेता ने कहा कि जो सरकार संविधान तोड़ रही है, वही सरकार जनता की रोज़ी रोटी को भी छीन रही है। संविधान और रोजगार विरोधी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ निर्णायक संघर्ष की जरूरत है। सभी को एकताबद्ध होकर पटना के गांधी मैदान से सन्देश देना है ताकि दिल्ली तक की सरकार इससे आगाह हो सके। उन्होंने कहा कि 29 फरवरी को गांधी मैदान की सभा हमारी ताकत बढ़ाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार विधानमंडल से एनपीआर के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की मांग की।