Edited By Ramanjot,Updated: 30 May, 2020 10:56 AM
बिहार में महागठबंधन के घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने गोपालगंज में हुए तिहरे हत्याकांड के मुद्दे पर नीतीश सरकार के खिलाफ राजद की इस लड़ाई को जातीय राजनीति बताया है। साथ ही उन्होंने स्वयं को इससे अलग कर लिया है।
पटनाः बिहार में महागठबंधन के घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने गोपालगंज में हुए तिहरे हत्याकांड के मुद्दे पर नीतीश सरकार के खिलाफ राजद की इस लड़ाई को जातीय राजनीति बताया है। साथ ही उन्होंने स्वयं को इससे अलग कर लिया है।
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सिंदुआरी, नवादा, अररिया और जहानाबाद में दलितों के साथ जब घटना हुई थी तब उनके लिए कुछ नहीं किया गया। किसी एक घटना को मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के सभी घटक दलों को मिलकर इसका विरोध करना चाहिए था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव स्वयं को बड़ा समझ रहे हैं और अकेले ही किसी घटना को बड़ा मुद्दा बना रहे हैं। जब सिंदुआरी, नवादा अररिया और जहानाबाद में दलितों के साथ घटना घटी तब तेजस्वी ने कोई कदम नहीं उठाया।
मांझी ने कहा कि विपक्ष का काम है कि यदि कोई आपराधिक घटना होती है तो उसका विरोध करना। उन्होंने कहा कि विपक्ष एकजुट होकर यदि किसी मुद्दे करता तो परिस्थितियां अलग होती। हम के अध्यक्ष ने कहा कि यदि गोपालगंज मुद्दे पर विरोध मार्च करना ही था तो सभी घटक दल एक साथ मिलकर करते। प्रतिपक्ष के नेता कुछ लोगों के हाथ की कठपुतली बनकर अपनी मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को जेल भिजवाने वाले लोग उनके खास बने हुए हैं।